आम आदमी को रियायती दर पर प्याज उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान सरकार ने बुधवार (25 सितंबर) को दस वैन रवाना की है। ये वैन आमजन को 35 रुपए प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध करा रही है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा एवं सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने बुधवार को सहकार भवन से प्याज की दस वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड (पीएसएफ) योजना के तहत भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) के साथ प्याज रियायत दर पर बेच रहा है।
राजस्थान के इन स्थानों पर लगेंगे प्याज लोडेड वैन
खाद्य मंत्री गोदारा ने बताया कि आगामी सीजन से एनसीसीएफ के माध्यम से राजस्थान में भी प्याज की खरीद के प्रयास किए जा रहे हैं। सहकारिता मंत्री दक ने कहा कि अभी जयपुर में रियायती दर पर प्याज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। आगामी दिनों में श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर एवं करौली में भी ऐसी व्यवस्था होगी। वैन से एक व्यक्ति अधिकत तीन किलो प्याज खरीद सकता है। जयपुर शहर के निम्न स्थानों पर मिलेंगे सस्ती दरों पर प्याज:-
- 1. नेहरू सहकार भवन, 22 गोदाम सर्कल
- 2.उद्योग भवन
- 3.श्याम नगर मेट्रो स्टेशन
- 4.शिप्रा पथ / परमहंस मार्ग, मानसरोवर
- 5.मध्यम मार्ग 5 सिटी पार्क के पास, मानसरोवर
- 6. सांगानेर (पुलिस थाने के पास/ मालपुरा गेट)
- 7.जगतपुरा (रेलवे फाटक के पास)
- 8.सीकर रोड़/वीकेआई (खेतान हॉस्पिटल / एक नम्बर बस स्टैण्ड)
- 9. वैशाली नगर (आम्रपाली सर्कल)
- 10. झोटवाड़ा (शालीमार सर्कल/नेताजी की चक्की के पास)
सब्ज़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजहें
सब्जी विक्रेता संतोष सैनी व कैलाश सैनी, महावीर साहू ने बताया कि सब्जी मण्डी में मुहाना मण्डी, कोटा, नागदा, उज्जैन आदि शहरों से सब्जियां की आवक होती है, लेकिन भारी बारिश के कारण सब्जियां गल गई है। स्थानीय स्तर पर सब्जियों की पैदावार कम होने से एकाएक सब्जियों के भाव बढ़ गए है। सब्जी विक्रेता महेंद्र सैनी ने बताया कि अतिवृष्टि होने से सब्जियों की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसमें हरी सब्जियां तो खराब हो गई है।
ये बोली गृहणियां…
गृहणी राधा देवी शर्मा ने बताया कि आसमान छू रहे भाव ने आम ग्राहकों के पसीने छूट रहे है। पिछले दो सप्ताह में सब्जियों के भाव में उछाल आया है। सब्जियों के दाम दोगुनी हो गए हैं। इसी प्रकार छुट्टन देवी ने बताया कि हरी सब्जियां तो अब खरीदना नामुमकिन हो गया है। दुकानदार 10 रुपए का धनिया भी नहीं दे रहे है।