वो हादसा सिर्फ एक सामान्य सड़क दुर्घटना नहीं थी, बल्कि ये एक ऐसा मंजर था, जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया था। हादसा इतना ज़्यादा भयावह कि इसमें 50 से ज्यादा लोग जिंदा जल गए थे, और 20 लोगों की तो जीवन लीला ही समाप्त हो गई थी। उस दिन की यादें आज भी लोगों के दिलों में ताजे दर्द की तरह जिंदा हैं।
सड़क किनारे खड़े जले हुए वाहन आज भी उस खौ़फ़नाक दिन की गवाही दे रहे हैं। हर वो वाहन, जो उस हादसे के बाद वहां खड़ा है, वो सब उसी पल का अहसास करा रहा है जब इंसानी जीवन मानो राख में बदल गया था।
अजमेर रोड के भांकरोटा में जिस जगह हादसा हुआ था, वहां से आज भी हर रोज़ दिन भर में लाखों वाहन गुजर रहे हैं। जब भी यहां से गुज़रा जाता है, वो कभी ना भूलने वाली कड़वी याद अचानक से ताज़ा हो उठती है। उस दिन का मंजर सिहरन पैदा कर देता है।
राहत भले ही अब ये मिल गई है, कि उस रोड कट को कुछ दिन पहले ही बंद कर दिया गया है, जो हादसे की वजह बना था। भले ही सब कुछ सामान्य सा हो गया है, पर यहां से गुजरने वाले लोग आज भी उस दिन की कड़वी यादों को अपने दिलों में संजोए हुए हैं।
वो पल, वो चीखें, वो आग, आज भी हर किसी के दिल में गहरी छाप छोड़े हुए हैं। वो दिन कभी नहीं भूला जा सकता, और इस हादसे की यादें हमारे दिलों में हमेशा के लिए जिंदा रहेंगी।