अन्नपूर्णा किट को खाद्य विभाग की बजाए सहकारिता विभाग को दिए जाने पर सवाल खड़े करते हुए खाचरियावास ने कहा कि मैंने पहले इसे गलत निर्णय बताया था और अब साफ हो गया है कि सहकारिता विभाग के अधिकारी अन्नपूर्णा किट देने के मामले में फेल साबित हुए हैं।
खाचरियावास ने कहा कि जिन लाभार्थियों को इसका लाभ मिलना था वो सभी हमारे विभाग के अधीन ही आते हैं, इसका काम खाद्य विभाग को मिला हुआ था हमने टेंडर प्रक्रिया शुरू की थी इसी बीच आदेश आ गया कि इसे सहकारिता विभाग को सौंप दिया जाए। मैंने तब नाराजगी जाहिर की थी और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था।
खाचरियावास ने कहा कि हम अब भी अन्नपूर्णा किट देने की जिम्मेदारी उठाने को तैयार है। अगर मुख्यमंत्री इस प्रोजेक्ट को हमारे विभाग को सौंपते हैं तो हम इसे बेहतर तरीके से लाभार्थियों तक पहुंचा सकते हैं, चूंकि हमारे पूरे 27 हजार से राशन की दुकानें है, जिसके जरिए पात्र लाभार्थियों तक ही पारदर्शिता के साथ उसे पहुंचाया जाएगा।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का सचिवालय घेराव पूरी तरह से फेल साबित हुआ है। बीजेपी के नेता कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हैं, अगर इनकी आरोपों में दम है तो उसे जनता के सामने रखना चाहिए। खाचरियावास ने यह भी कहा कि जिन मंत्री के विभागों पर भ्रष्टाचार के आरोप बीजेपी की तरफ से लगाए जा रहे हैं उन मंत्रियों और उनके अधिकारियों को भी आरोपों का जवाब देने सामने आना चाहिए पीछे हटने से काम नहीं चलेगा।