वीडियो में देखा जा सकता है कि विधायक भाटी ने पुलिस की जीप को रास्ते में रुकवाया और उसमें बैठे दो युवकों को हिरासत से बाहर निकाल लिया। पुलिस को यह सब होते हुए देखा गया, लेकिन वे कुछ नहीं कर पाए। विधायक भाटी ने पुलिस अधिकारियों से इन युवकों को गिरफ्तार करने का कारण पूछा, जिस पर पुलिस का जवाब था कि इन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसके बाद भाटी ने पुलिस से इन युवकों को छोड़ने की बात की और उन्हें जीप से उतार लिया। इस घटना का वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया।
एसपी सुधीर चौधरी ने इस मामले में कहा कि विधायक रविंद्र सिंह भाटी एक जिम्मेदार पद पर हैं और उनसे ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में इस मामले को संभाला, लेकिन वीडियो में जो कुछ भी दिखाई दे रहा है, वह कानूनी दृष्टिकोण से गलत है। एसपी चौधरी ने यह भी कहा कि जांच में वीडियो सही पाया गया है और इसमें कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच CID-CB से कराने का निर्णय लिया है।
बता दें कि विधायक भाटी जैसलमेर में ओरण बचाने के लिए आंदोलन के सिलसिले में पहुंचे थे। ओरण, जो पारंपरिक रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए बनाए गए जंगल होते हैं। इसे बचाने के लिए शिव विधायक ने इस विरोध प्रदर्शन में पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया था, जिनका आरोप था कि वे इस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। रविंद्र भाटी ने इन युवकों को हिरासत से छुड़वाने के लिए पुलिस की जीप रुकवा दी।
विधायक भाटी ने कहा कि यह आंदोलन केवल बइया गांव तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह पूरे राजस्थान की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय धरोहर को बचाने के लिए एक बड़ा संघर्ष बन चुका है। भाटी ने पुलिस से कहा कि इन निर्दोष युवकों को किस जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। यदि इन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है तो इन्हें छोड़ दिया जाए।