विश्वस्त सूत्रों की माने तो बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई है कि अगर आने वाले दिनों में ईडी की कार्रवाई के मामले ज्यादा बढ़ते हैं तो फिर कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरेगी। ईडी के खिलाफ धरने प्रदर्शन करने का फैसला प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर छोड़ा गया है।
इसके अलावा बैठक में महंगाई राहत शिविरों को लेकर भी मंत्रियों से सुझाव लिए गए हैं साथ ही प्रदेश प्रभारी रंधावा ने अलग-अलग मंत्रियों से चुनाव जीतने को लेकर भी सुझाव लिए।
प्रभारी रंधावा के साथ बैठक के चलते कैबिनेट और मंत्रिपरिषद को लेकर सचिवालय में होने वाली ब्रीफिंग भी रद्द कर दी गई थी। बैठक में कई मंत्री गैर हाजिर रहे। हालांकि बैठक में सचिन पायलट के मुद्दों को लेकर कोई चर्चा नहीं हो पाई।
जानकारों की मानें तो बैठक में प्रदेश प्रभारी रंधावा ने तमाम मंत्रियों को अपने अपने प्रभार वाले जिलों के साथ-साथ अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता की सुध लेने के निर्देश दिए। प्रभारी रंधावा ने तमाम मंत्रियों को एकजुट रहने की नसीहत देते हुए कहा कि चुनाव में कुछ ही महीने का समय बचा है। ऐसे में सभी को एकजुट होकर चुनावी तैयारी में जुटना चाहिए। सरकार का कामकाज अच्छा है जनता सरकार के कामकाज से खुश है और इस बार प्रदेश में सरकार रिपीट हो सकती है, हम सब को एकजुट होकर काम करना है।
गुटबाजी और बयानबाजी नहीं करने की भी हिदायत
विश्वस्त सूत्रों की माने तो बैठक में प्रदेश प्रभारी रंधावा ने तमाम मंत्रियों को एक-दूसरे खिलाफ बयानबाजी नहीं करने और गुटबाजी से दूर रहने की हिदायत भी दी है।
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