डॉ. शर्मा ने कहा कि अभी तक बाजार में कोरोना की रोकथाम के लिए कोई वैक्सीन या दवा ईजाद नहीं की जा सकी है। ऐसे में मास्क ही सर्वोत्तम विकल्प है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन आ भी जाती है तो उसका असर 60 फीसद से ज्यादा नहीं होगा, जबकि कोई व्यक्ति यदि नियमित मास्क लगाता है तो उसके संक्रमित होने की आशंका 90 प्रतिशत तक कम हो जाती है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा भी जनांदोलन के जरिए प्रदेश भर में लगभग 1 करोड़ Mask बांटे जा रहे हैं। सरकार की अन्य प्राधिकरण, विभागों द्वारा भी मास्क वितरण का काम जोरों पर है। उन्होंने कहा कि हालांकि एपेडमिक एक्ट में मास्क लगाना या जरूरी दिशा-निर्देशों की पालना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बारे में विधानसभा में कानून भी बनाया जा सकता है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के तीन शहरों में नगर निगम के चुनाव होने हैं। ऐेसे में उम्मीदवार और उनके समर्थक कोरोना संबंधी निदशा-निर्देशों की कड़ाई से पालना करें। यही नहीं 29 अक्टूबर को प्रथम चरण के मतदान के लिए भी प्रत्येक मतदाता अपने घर से मास्क लगाकर मतदान के लिए जाएं। मतदान केंद्र में जाने से पहले हाथों को सेनेटाइज करें और मतदान करते समय मतदाता पंक्ति में खड़े रहने के दौरान चिन्हित गोलों पर खड़े रहकर या सामाजिक दूरी बनाते हुए अपनी बारी का इंतजार करें। मतदान के दौरान सीनियर सिटीजन और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता दें। उन्होंने मतदाता, उम्मीदवार या उनके समर्थकों से मतदान केंद्र या आसपास भीड़ या समूह में खड़े नहीं रहने की भी अपील की।