Jaipur Gas Tanker Blast: जयपुर-अजमेर हाइवे पर भांकरोटा अग्निकांड के बाद NHAI का बड़ा एक्शन, यहां जानें
Gas Tanker Blast: अजमेर रोड पर डीपीएस के पास रोड कट बंद, एनएचएआई ने बंद किया रोड कट, भांकरोटा दुखांतिका के बाद कार्रवाई, हादसे में 20 लोगों की हुई थी मौत
Bhankrota Gas Tanker Blast: राजस्थान के जयपुर में भांकरोटा दुखांतिका के बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल शनिवार सुबह जयपुर-अजमेर हाइवे पर डीपीएस के पास रोड कट बंद कर दिया गया। क्रेन की सहायता से बड़े-बड़े ब्लॉक रखकर रोड कट को बंद किया गया है। इस कट पर कई हादसे हो चुके हैं। ऐसे में यह फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि भांकरोटा दुखांतिका में 20 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं कई झुलस गए थे। इस भीषण हादसे के बाद डीपीएस के पास रोड कट को बंद करने की लगातार मांग उठ रही थी। दरअसल पिछले साल दिसंबर महीने में एलपीजी से भरा टैंकर रोड कट से मुड़ रहा था। इस दौरान टैंकर को ट्रक ने टक्कर मार दी। इसके बाद क्षेत्र में तेजी से गैस फैल गई, जिससे भीषण धमाका हो गया।
क्षेत्रीय अधिकारी पर गिरी थी गाज
इस हादसे के बाद एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश कुमार चतुर्वेदी पर गाज गिरी थी। केन्द्रीय परिवहन मंत्रालय ने चतुर्वेदी की जगह अब्दुल बासित को जयपुर में क्षेत्रीय अधिकारी लगाया था। चतुर्वेदी का तबादला दिल्ली मुख्यालय पर किया गया था। भांकरोटा हादसे के कारणों को लेकर जिम्मेदार विभाग एक-दूसरे पर आरोप लगाते आ रहे हैं।
एफएसएल निदेशक अजय शर्मा ने बताया था कि जांच में पाया गया कि हादसे के समय टैंकर का वॉल्व टूटने से एलपीजी लीक हो गई। गैस लीक होने के बाद ठंडे तापमान के कारण वह ऊपर जाने के बजाय जमीन के पास फैल गई। जब स्पार्क हुआ, तो विस्फोट हो गया।
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हो चुके हैं कई हादसे
इसी साल जनवरी महीने में जयपुर-अजमेर हाईवे पर डीपीएस कट पर यू-टर्न लेते समय कोयले से भरा ट्रेलर पलट गया था। गनीमत रही कि उस समय ट्रेलर के आस-पास कोई नहीं था वरना जनहानि हो सकती थी। इतना ही नहीं यू टर्न पर ट्रेलर के पलटने से दो टुकड़े हो गए थे। उसके बाद भी ट्रेलर काफी दूर तक चलता रहा, जबकि उसका पीछे का हिस्सा टूटकर वहीं रह गया।
16 जनवरी को दिल्ली-जयपुर हाईवे पर कोटपूतली के पनियाला गांव के पास केमिकल से भरा टैंकर बेकाबू होकर पलट गया था, जिससे उसमें आग लग गई थी। इस हादसे ने हाइवे पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया था। टैंकर में लगी आग को बुझाने के लिए दमकल की 8-10 गाड़ियों ने तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत की थी। इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन हाइवे पर भारी जाम लग गया था।