मंगला झांकी से ही भक्तों की भीड़
गोविंददेवजी मंदिर में मंगला झांकी से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। मंदिर परिसर गोविंददेवजी के जयकारों से गूंज उठा। दूर-दराज से भी लोग गोविंददेवजी के दर्शनों के लिए पहुंचे। मंगला झांकी करने के लिए लोगों में होड़ सी मची। नया साल सुख—शांति से गुजरे इसके लिए लोग प्रार्थना करते नजर आए।
प्रथम पूज्य मोती डूंगरी गणेशजी के दर्शनों के लिए शहर उमड़ पड़ा। अलसुबह से ही मंदिर के बाहर भक्तों की कतारें लगी। गणेशजी महाराज के दर्शनों के लिए शहरभर से लोग पहुंच रहे है। मंदिर में गणेशजी महाराज के जयकारें गूंज उठे। कुछ लोग परिवार सहित गणेशजी महाराज के दर्शन करने पहुंचे। मंदिर के बाहर प्रवेश के लिए 7 लाइनें बनाई गई, जहां भक्तों की कतारें लग गई, वहीं निकास के लिए 6 लाइनें बनाई गई। मंदिर में कई राजनेता, आइएस, आईपीएस, आरएएस सहित कई अफसर परिवार सहित दर्शनों के लिए पहुंचे।
पुरानी बस्ती स्थित मंदिरश्री राधा गोपीनाथजी, चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेवजी, क्वींस रोड स्थित झाड़खंड महादेव, चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमानजी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्त दर्शनों के लिए पहुंच रहे है।
गोविंददेवजी मंदिर में 2 जनवरी 2023 तक झांकियों के समय में बदलाव किया गया है। मंगला झांकी का समय सुबह 4.30 बजे से एक घंटे तक के लिए कर दिया गया है। धूप झांकी में 15 मिनट कम किए गए है, जबकि राजभोग में आधा घंटा बढ़ाया गया है। वहीं ग्वाल झांकी भी 15 मिनट बढ़ाए गए है, ग्वाल झांकी शाम 4.45 बजे खुल जाएगी। वहीं संध्या आरती में आधा घंटा बढ़ाया गया है। शयन आरती में ठाकुरजी 15 मिनट अधिक दर्शन देंगे। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि नववर्ष पर दर्शनार्थियों की अधिक संख्या आने के चलते झांकियों के समय में परिवर्तन किया गया है। मंगला झांकी मंगला झांकी सुबह 4.30 बजे से 5.30 बजे तक हो रही है। यह समय 2 जनवरी तक रहेगा। धूप झांकी में 15 मिनट कम किए गए है, जबकि राजभोग में आधा घंटा बढ़ाया गया है। धूप झांकी सुबह 8.15 से 9.15 बजे तक हो रही है। जबकि राजभोग झांकी सुबह 10.45 से 11.45 बजे तक रहेेगी। वहीं शयन झांकी रात 8 से 8.30 बजे तक होगी।