दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि डेयरी बूथ आवंटन प्रक्रिया से भाजपा के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं की अनदेखी से नाराज हैं। इन लोगों की सिफारिश और जो नाम दिए गए, उनमें से ज्यादातर को डेयरी नहीं मिली। इसी वजह से लगातार विरोध हो रहा है। सूत्रों की मानें तो कई कार्यकर्ताओं ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, शहर अध्यक्ष राघव शर्मा और पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी से भी शिकायत की थी।
कैसे होगी निष्पक्ष जांच
कमेटी में दो अधिकारी तो निगम से ही हैं। ऐसे में ये अधिकारी कैसे अपने ही अधिकारियों की निष्पक्ष जांच कर पाएंगे।
डेयरी बूथ आवंटन में अनियमितता की शिकायत नेता प्रतिपक्ष राजीव चौधरी सहित अन्य पार्षदों ने की थी। इससे संबंधित तथ्य भी दिए हैं। जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी 15 दिन में रिपोर्ट पेश करेगी।
-सौम्या गुर्जर, महापौर
प्रक्रिया को रोका जाना जरूरी
डेयरी बूथ आवंटन प्रक्रिया को जांच रिपोर्ट आने तक रोकना जरूरी है। आवंटन प्रक्रिया में हो रही भ्रष्टाचार का कई बार विरोध किया और नोटशीट भी लिखी। लेकिन निगम प्रशासन ने सुनवाई नहीं की।
-पुनीत कर्णावट, उप महापौर