बता दें कि साल 2019 में
राजस्थान से चार सांसद मंत्री बने थे, तब बीजेपी ने 25 में से 24 सीटों पर कब्जा जमाया था। लेकिन, पिछले 10 साल से राजस्थान में कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने वाली बीजेपी इस बार महज 14 सीटों ही जीत पाई है। ऐसे में सवाल है कि मोदी कैबिनेट में राजस्थान से कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। आईये जानते है कि मोदी की नई टीम में कौन-कौन शामिल हो सकता है।
रेस में ये बड़े चेहरे शामिल
राजस्थान में मिली जीत के बाद चर्चा है कि मोदी कैबिनेट में इस बार कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। जिनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे
दुष्यंत सिंह, राजसंमद सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ा और भागीरथ चौधरी के नाम शामिल है। वहीं, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और ओम बिरला को फिर से मोदी कैबिनेट में मौका मिल सकता है। हालांकि, सियासी जानकारों की मानें तो इस बार जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत की जगह दुष्यंत सिंह को मौका मिल सकता है।
इसलिए मिल सकता है नए चेहरों को मौका
झालावाड़-बारां सीट से बीजेपी प्रत्याशी दुष्यंत सिंह लगातार 5वीं बार सांसद चुने गए। उन्होंने कांग्रेस की उर्मिला जैन भाया को 3 लाख 70 हजार 989 वोटों से शिकस्त दी। इसके साथ ही बीजेपी ने लगातार 10वीं बार इस सीट पर परचम लहराया। ऐसे में चर्चा है कि मोदी कैबिनेट में दुष्यंत सिंह को शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा राजसंमद से सांसद चुनी गई महिमा कुमारी को भी मोदी की टीम में शामिल किया जा सकता है। महिमा कुमारी ने राजस्थान में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड बनाया है। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने वाली महिमा कुमारी मेवाड़ ने कांग्रेस के डॉ. दामोदर गुर्जर को 3,92,223 मतों से शिकस्त दी। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी नेतृत्व उन्हें बड़ा गिफ्ट दे सकता है। वहीं, अजमेर से सांसद चुने गए भागीरथ चौधरी को भी मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इन्होंने कांग्रेस के रामचंद्र को 329991 वोटों से शिकस्त दी है।
साल 2019 में ये थे राजस्थान से मंत्री
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राजस्थान में 25 में से 24 सीटों पर जीत का परचम लहराया था। इस बंपर जीत के बाद मोदी कैबिनेट में राजस्थान के 3 सांसदों को मौका मिला था। इनमें जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, बाड़मेर सांसद कैलाश चौधरी और बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल का नाम शामिल है। वहीं, कोटा सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था।