नए महापौर विष्णु लाटा बीते 3 दिन से स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक दिलाने की बात अधिकारियों से कर रहे हैं। नोडल अधिकारी ने भी उनको अंधेरे में रखा। महापौर खुद 31 जनवरी तक सर्वेक्षण की बात बैठकों में कर रहे थे। वहीं निगम के अधिकारी टीम के फरवरी में आने की बात लगातार कहते रहे।
-अब तक शहर भर में पेंटिंग बन पाई हैं।
-गीला सूखा कचरा अलग करने का सपना अधूरा ही।
-सब्ज़ी और फल मंडियों को स्वच्छ बनाने के लिए तो निगम की टीम पहुँची ही नहीं।
-कच्ची बस्तियों में सौंदर्यीकरण शुरू ही नहीं हो पाया।