आंदोलन कर रहे भाजपाइयों और पुलिस प्रशासन के बीच बने गतिरोध पर सहमति रविवार रात पौने दस बजे बन गई थी। लेकिन थाने के बाहर मौके पर मौजूद सांसद दुष्यंत सिंह ( MP Dushyant Singh ) एफआईआर की कॉपी देने की मांग को लेकर अड़ गए। बाद में उन्हें करीब साढ़े दस बजे आंदोलन समाप्त किए जाने की घोषणा की।
इस दौरान एफआईआर की कॉपी को वहां मौजूद लोगों के बीच पढ़ा गया। पूरी वार्ता के दौरान सांसद दुष्यंत सिंह के तेवर काफी तल्ख रहे तथा वे कई बार अधिकारियों पर बरसे। मांगरोल के तहसील परिसर मेंं समझौते के दौरान जिला कलक्टर इन्द्र सिंह राव, पुलिस अधीक्षक केएल मीना, जिला प्रमुख नंदलाल सुमन, पूर्व विधायक हेमराज मीणा व भाजपा जिला महामंत्री मोरपाल सुमन व प्रखर कौशल आदि मौजूद रहे।
इन पर बनी दोनों पक्षों में सहमति
भाजपा के प्रदेश मंत्री छगन माहुर ने बताया कि प्रशासन से हुए समझौते के अनुसार मांगरोल में वारदात के दौरान थाने में पदस्थ अधिकारियों व पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा मृतक के परिजनों को फिलहाल तीन लाख रुपए का तत्काल मुआवजा देने तथा 25 लाख के मुआवजे के लिए राज्य सरकार को अनुशंसा भेजने व मृतक का विसरा एफएसएल जांच के लिए भेजने पर भी समहमति बन गई है। पुलिस कर्मियों के खिलाफ मृतक के काका की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
अब परिजन संभालेंगे मृतक का शव
समझौता होने के बाद मृतक के परिजन जिला प्रमुख नंदलाल सुमन के साथ बारां के लिए रवाना हो गए। वे सोमवार सुबह जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखे शव को संभालेंगे। इसके बाद शव को रावल-जावल गांव लाकर अन्तिम संस्कार किया जाएगा।
मांगरोल थाना क्षेत्र के रावल जावल गांव निवासी गिरीराज माली (20) के खिलाफ एक विवाहिता को भगा कर ले जाने का मामला विवाहिता के पति दर्ज कराया था। तीन दिन पहले यह युगल गांव आया तो इस युगल को पुलिस पकड़ कर थाने ले आई। इस दौरान युवक गिरीराज में जहरीला पदार्थ खा लिया। इससे पुलिस अभिरक्षा में ही उसकी मौत हो गई।