मौसम विभाग के अनुसार राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन यानी वायुगति चक्रवात, बन चुका है। जबकि बंगाल की खाड़ी में एक लो-प्रेशर सिस्टम सक्रिय है। इन मौसमी परिस्थितियों के कारण पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अगले 2-3 दिनों तक मानसून सक्रिय रहने की संभावना है।
इस दौरान उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के विभिन्न हिस्सों में कहीं-कहीं भारी से लेकर अतिभारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान, राजस्थान के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश दर्ज की गई है। पूरे अजमेर जिले में इतनी बारिश हुई है कि आज यानी शनिवार को सभी स्कूलों का अवकाश कर दिया गया है।
रविवार को अवकाश है और सोमवार को अवकाश को लेकर पहले ही अलर्ट जारी करने की बात की जा रही है। अजमेर में 71 मिमी, पुष्कर में 40 मिमी, जवाजा में 47 मिमी, मांगलियावास में 60 मिमी, देवली ;टोंक में 50 मिमी, कोटपूतलीमें 64 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण बीसलपुर बांध के पांच से ज्यादा गेट खोल दिए गए हैं। भीलवाड़ा में भी भारी बारिश से कई नदियां उफान पर हैं और बांध ओवरफ्लो हो गए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में जलभराव और सड़कें डूबने की स्थिति पैदा कर दी है। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी और आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। मौसम विभाग की भविष्यवाणियों को ध्यान में रखते हुए, जनता को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।