विधायक हुड़ला: कहां हो तुम
इंस्पेक्टर: नमस्ते सर, महुआ
हुड़ला: बहुत बड़ा अफसर हो गया है क्या तू। वो तेरे से बात कराने के लिए कह रहा है। एक विधायक से बात करने के लिए कह रहा है।
इंस्पेक्टर: मैं जिसको जानता नहीं उससे कैसे बात करूं।
हुड़ला: इंस्पेक्टर ही तो है तू, क्या औकात है। तेरे को तमीज नहीं है।
इंस्पेक्टर: सर तरीके से बात करो
हुड़ला: औकात है या नहीं तेरे को तमीज नहीं है। तू उसको फांसी तो नहीं लगा सकता। तूने फांसी का ठेका ले रखा है। नीची आवाज में बात कर।
इंस्पेक्टर: क्यों करूं नीची आवाज।
हुड़ला : तेरे नौकर नहीं हैं हम। तू नौकर है हमारा।
इंस्पेक्टर: सर आप तरीके से बात करो। एमएलए होंगे अपने घर के।
हुड़ला: तू इंस्पेक्टर होगा अपने घर का।
इंस्पेक्टर: फोन एक बार में उठा लिया।
हुड़ला: ज्यादा अकड़ मत
इंस्पेक्टर: आप भी मत अकड़ो।
हुड़ला: क्या करेगा तू मेेरा
इंस्पेक्टर: जन प्रतिनिधि हो आपको ऐसी बातें शोभा नहीं देती।