गौरतलब है कि रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सचिन पायलट ने मुख्यम़ंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाया था कि वे भाजपा भृष्टाचार की जांच नहीं करवा रहे हैं। जबकि इसके लिए उन्होने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखें हैं। उन्होने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन में हुए भृष्टाचारों की जांच करवाने के लिए 11 अप्रेल को धरना देने की घोषणा की है। इसके बाद से ही लगातार सोश्यल मीड़िया से लेकर मीड़िया में चर्चा का विषय बने सचिन पायलट के समर्थन में कैबिनेट मंत्री खाचरियास का बेबाकी से बोलना भी पार्टी में सियासी विषय बन गया है। राजस्थान के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि, सचिन पायलट कांग्रेस पार्टी के एसेट हैं वो बोल भी नहीं सकते हैं क्या, आप उनसे क्या चाहते हैं। वह पार्टी के यंग लीडर, पूर्व डिप्टी सीएम और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष हैं।
डेमोक्रेसी में सबको बोलने का हक:
खाचरियावास ने कहा कि डेमोक्रेसी में सबको बोलने का हक है। पायलट ने कोई आवाज उठाई है। कैबिनेट मंत्री के तौर पर मैं भी इन सब मुद्दों पर लड़ा हूँ। बीजेपी के कार्यकाल में जो भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी जांच की घोषणा तो की थी तो जांच होनी चाहिए। लेकिन पार्टी में सवाल उठाए गए हैं, तो जवाब देना चाहिए। सीएम गहलोत जवाब देंगे या नहीं ये उन पर निर्भर है। मैं प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से बात करूंगा कि क्या मामला है। सचिन पायलट मेरे डिपार्टमेंट से संबंधित कोई सवाल पूछेंगे तो मैं उनके घर जाकर बताऊंगा और प्रेस में बताऊंगा।
पायलट ने किया ट्विट:
हालू ही पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक ट्वीट कुछ इस तरह के भाव प्रकट किए हैं। इनको लेकर भी सियासी हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि जिस तरह पायलट ने भाजपा सरकार के भृष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। उसको अन्य नेताओं का समर्थन मिल रहा है। जिस तरह का ट्विट उन्होने किया है इसको लेकर कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि केंद्रीय स्तर पर कहीं उनके इस बयान को लेकर पार्टी भी उनके समर्थन में हो। मन में खुशी चेहरे पर मुस्कान, हर दिल में बसता यहां राजस्थान का स्वाभिमान