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नमकीन बनाने के दौरान उस दाल का प्रयोग किया जा रहा था जो लोग दाल फैक्ट्रियों से जानवरों के लिए खरीदकर ले जाते हैं। इसको महज तीस रुपए प्रति किलो में खरीदकर लाया जा रहा था। इससे तैयार नमकीन 160 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेची जाती थी। टीम ने 1050 पैकेट नमकीन और 1500 किलो दाल जब्त की है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मटर पाउउर, नमकीन के सैम्पल लेकर अग्रिम आदेश तक काम पर पाबंदी लगा दी है।
नमकीन बनाने के दौरान उस दाल का प्रयोग किया जा रहा था जो लोग दाल फैक्ट्रियों से जानवरों के लिए खरीदकर ले जाते हैं। इसको महज तीस रुपए प्रति किलो में खरीदकर लाया जा रहा था। इससे तैयार नमकीन 160 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेची जाती थी। टीम ने 1050 पैकेट नमकीन और 1500 किलो दाल जब्त की है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मटर पाउउर, नमकीन के सैम्पल लेकर अग्रिम आदेश तक काम पर पाबंदी लगा दी है।
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बिना बेसन ही बन रही थी नमकीन
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि सूचना के आधार पर नमकीन फैक्ट्री में कार्रवाई की। यहां पर नियमों के मुताबिक कुछ नहीं था। इसमें बेसन की जगह खराब दाल का उपयोग किया जा रहा था। नमकीन के पैकेट पर 40 फीसदी बेसन का उपयोग करने की बात लिखी है, लेकिन विभाग की टीम को फैक्ट्री बेसन ही नहीं मिला।
बिना बेसन ही बन रही थी नमकीन
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील चोटवानी ने बताया कि सूचना के आधार पर नमकीन फैक्ट्री में कार्रवाई की। यहां पर नियमों के मुताबिक कुछ नहीं था। इसमें बेसन की जगह खराब दाल का उपयोग किया जा रहा था। नमकीन के पैकेट पर 40 फीसदी बेसन का उपयोग करने की बात लिखी है, लेकिन विभाग की टीम को फैक्ट्री बेसन ही नहीं मिला।
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जांच में सामने आया कि बेसन की जगह मटर पाउडर का उपयोग किया जा रहा था। इसके अलावा नमकीन में कुरकुरा करने के लिए कपड़े धोने वाला सोडे का उपयोग किया जा रहा था। जिस दाल का उपयोग नमकीन बनाने में किया जा रहा था वो बेहद घटिया स्तर की थी। अधिकारियों की मानें तो इस नमकीन को खाने से पेट संबंधी रोग हो सकते हैं।
जांच में सामने आया कि बेसन की जगह मटर पाउडर का उपयोग किया जा रहा था। इसके अलावा नमकीन में कुरकुरा करने के लिए कपड़े धोने वाला सोडे का उपयोग किया जा रहा था। जिस दाल का उपयोग नमकीन बनाने में किया जा रहा था वो बेहद घटिया स्तर की थी। अधिकारियों की मानें तो इस नमकीन को खाने से पेट संबंधी रोग हो सकते हैं।