उधर, उपनिदेशक के पास एसीबी और निगम आयुक्त से रिपोर्ट पहुंच गई है। उन्होंने पूछा था कि इस मामले में कोई नए तथ्य भी हों तो भेजें ताकि जांच में शामिल किए जा सकें। गौरतलब है कि विभाग ने 11 सितम्बर को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा था। महापौर ने तीन कार्यदिवस के तहत मंगलवार को जवाब सौंपा। इस बीच चार दिन राजकीय अवकाश होने का हवाला दिया।
इधर, भाजपा में पार्षदों में हलचल
भाजपा की ओर से कार्यवाहक महापौर के दावेदार दिन भर पार्टी कार्यालय से लेकर मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों से मिलने-जुलने में लगे रहे। किसी ने समाज के हिसाब से खुद को मजबूत बताया तो किसी ने काम करके दिखाने का दावा किया।
किशनपोल से उम्मीद सर्वाधिक
किशनपोल विस क्षेत्र से तीन पार्षद कार्यवाहक महापौर के दावेदार हैं। कुसुम यादव, कपिला कुमावत और ललिता जायसवाल में से सरकार किसी एक को कार्यवाहक महापौर बना सकती है। दरअसल, पिछले दो विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस जीत रही है। ऐसे में किशनपोल से कार्यवाहक महापौर बनाकर भाजपा एक बार फिर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का प्रयास करेगी। आज कार्रवाई संभव
माना जा रहा है महापौर मामले में बुधवार को सरकार फैसला ले सकती है। नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी दोपहर बाद जयपुर आ जाएंगे और उसके बाद वह महापौर से जुड़े मामले में बैठक करेंगे। उसके बाद महापौर का निलंबन कर कार्यवाहक महापौर की घोषणा भी सरकार कर देगी।
उल्लेखनीय है कि महापौर मुनेश गुर्जर व अन्य के खिलाफ जून 2023 में माणक चौक थाने में दर्ज हुए मामले की जांच माणक चौक एसीपी कर रहे हैं। बताया जाता है कि मामले में अभी कुछ लोगों के बयान होना शेष है।