कोर्ट के आदेश के बाद नगर निगम ग्रेटर ने मानसरोवर के मध्यम मार्ग पर आवासीय भवनों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर करीब एक सप्ताह पहले नोटिस जारी किए है। निगम ने नोटिस में सभी को सात दिन में दस्तावेज के साथ जवाब प्रस्तुत करने का समय दिया है। वहीं व्यापारी निगम प्रशासन पर कोर्ट में सही पैरवी नहीं करने का आरोप लगाते हुए विरोध पर उतर आए है। व्यापारियों ने एकजुट हो बाजार बंद कर सड़क पर उतर आए। करीब 10 बाजारों के व्यापारियों ने सामूहिक रूप से मिलकर एसएफएस से कावेरी पथ तक पैदल मार्च निकाला, इस दौरान विधायक अशोक लाहोटी भी पैदल मार्च में शामिल हुए। वहीं व्यापारियों ने निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
रामतीर्थ व्यापार मंडल के संरक्षक व संघर्ष समिति के मुकेश लख्यानी ने बताया कि कोर्ट में नगर निगम और राज्य सरकार ने सही तरह से पक्ष नहीं रखा। इस वजह से व्यापारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मध्यम मार्ग पर बाजार के जैसे प्रदेशभर 10 लाख से अधिक दुकानें हैं। निगम और राज्य सरकार को कोर्ट में सही तरह से पैरवी करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि 90 मीटर तक सेटबैक में छूट का प्रावधान है, ऐसे में यहां सेटबैक लागू ही नहीं होते हैं। मध्यम मार्ग का लैंड यूज पहले से ही मिश्रित यूज़ करने के आदेश निकले हुए है, 2014 में इसके लिए नगर निगम ने आवेदन भी लिए, लेकिन आज तक उस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया।