भजनलाल: देश का चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ा जाता है। मोदी जी ने गांव, गरीब, किसान के कल्याण की योजनाओं से जनता को लाभ पहुंचाया। देश के विकास, देश की सीमाओं की रक्षा, दुनिया में भारत का स्वाभिमान बढ़ाने का काम सफलता से किया है। मोदी जी का लक्ष्य भारत को शीर्ष पर पहुंचाना है और देश की जनता को मोदी जी पर पूरा भरोसा है। विवेकानंद जी ने कहा था कि 21वीं सदी भारत की होगी इसलिए उस नरेन्द्र से इस नरेन्द्र तक भारत को विश्वगुरुबनाने का लक्ष्य है। मोदी जी के कामकाज और चेहरे के दम पर हम शत-प्रतिशत सभी सीटों पर जीतेंगे। हमने जनहित के कार्यों को पूरा किया है, फिर भी महज साढ़े तीन माह में हमने राज्य की पेयजल और बिजली समस्या को हल किया है। नए औद्योगिक क्षेत्र और धार्मिक पर्यटन के सर्किट को विकसित करके राज्य का राजस्व बढ़ा रहे हैं।
पत्रिका: बाड़मेर, दौसा, टोंक, सवाईमाधोपुर और चूरू की सीट चुनौतीपूर्ण नजर आती है। आपकी क्या रणनीति है?
भजनलाल: हम जब चुनाव लड़ते हैं तो पंचायत से पार्लियामेंट तक चुनाव को चुनौती के रूप में मानते हैं। हमारे कार्यकर्ता और मोदीजी के विजन पर हमको पूर्ण भरोसा है। भाजपा का कार्यकर्ता बूथ पर मजबूती से काम कर रहा है। देश में 4 जून को भाजपा 400 पार होगी। साथ ही भाजपा राजस्थान की सभी 25 सीट जीतेगी।
पत्रिका: तीन सीटों पर आपको गठबंधन के तहत रालोपा, बीएपी और कम्युनिस्ट पार्टी से कितनी चुनौती है?
भजनलाल: गठबंधन तो राजस्थान ही नहीं बल्कि देशभर में फेल है। जनता समझ चुकी है कि इंडी गठबंधन भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला ठगबंधन है। इस बार गठबंधन की राजनीति नहीं चलेगी। कांग्रेस अब राज्यों ही नहीं बल्कि जिलों में सिमटी और 4 साल पहले पैदा हुए दलों से समझौता कर रही है। कांग्रेस को अपनों पर विश्वास नहीं रहा तो जनता कांग्रेस पर क्यों विश्वास करेगी? पार्टी तक से समझौते कर रही है। बांसवाड़ा सीट के लिए बीएपी से कांग्रेस का समझौता ही गफलत में है।
पत्रिका…विपक्ष का ताना है कि राजस्थान के फैसले जयपुर में नहीं बल्कि नई दिल्ली में होते हैं?
भजनलाल: देखिए, कांग्रेस के पास कोई मुद्दा तो है नहीं। कांग्रेस की नीति एवं नियत में फर्क है इसलिए वे इस तरह के बयान देते हैं। हम जो कहते हैं वो करते हैं। कांग्रेस नेता सिर्फ अपनी सिरफुटव्वल को छिपाने के लिए जुमलेबाजी करते हैं। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, यमुना जल समझौता, अक्षय ऊर्जा संयंत्र और बिजली खरीद समझौते केन्द्र की मदद से ही संभव हुए हैं। राज्य और केन्द्र सरकार मिलकर राजस्थान की प्रगति के लिए सक्रिय हैं।
पत्रिका: आप पहली बार के विधायक से सीधे मुख्यमंत्री बन गए। मूलत: आप किसान हो तो राज्य के विकास के लिए आप कैसी फसल बोएंगे और काटेंगे?
भजनलाल: मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं और मैं किसान परिवार में पैदा हुआ। इसलिए मैं किसानियत और गरीबी को जानता हूं। मैंने गरीबी को बहुत नजदीकी से देखा है। गरीब अपने परिवार का कैसे लालन पालन करता है, यह मुझे पता है। आपने सही कहा जैसा बोएंगे वैसा काटेंगे, इसलिए हम प्रदेश की सुदृढ़ नींव रख रहे हैं। हमारी सरकार गरीब, मजदूर, युवा, महिला और किसानों के हित में फैसले लेगी। हम सब मिलकर विकसित राजस्थान बनाएंगे।
पत्रिका: आपकी सरकार ने ऐसा क्या काम किया कि महज 4 माह बाद ही जनता फिर आपको ही चुन ले?
भजनलाल: हमने शपथग्रहण के बाद से ही हर क्षेत्र में दिल से काम किया है। पानी, बिजली, शिक्षा, चिकित्सा, रोड कनेक्टिविटी, रोजगार, उद्योगों को बढ़ावा एवं अपराध के नियंत्रण पर फोकस रखा है। हमने 40 से 45 प्रतिशत संकल्पों को पूरा किया। साथ 450 रुपए में सिलेण्डर, ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भरता, रोजगार एवं कौशल विकास, कृषकों के कल्याण के प्रयास, रोडवेज किराए में छूट, श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना, युवाओं का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए पेपरलीक के खिलाफ एसआईटी का गठन, गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, अवैध खनन के खिलाफ जीरो टोलरेंस, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत आदि जनहित में ऐसे कई महत्वपूर्ण निर्णय किए। मेरी सरकार न थकी न रुकी। मेरा ध्येय सिर्फ राज्य की जनता है।
पत्रिका: राजस्थान सूखा प्रदेश है। कई बार अकाल झेल चुका है। पानी की समस्या से निपटने के लिए आपकी क्या रणनीति है?
भजनलाल: राजस्थान में पानी की समस्या बहुत बड़ी रही है। कांग्रेस ने पिछले कार्यकाल में ऐसा कोई कदम नहीं उठाया, जिससे इस समस्या से राहत मिल सके। गांव में महिलाएं दूर-दराज से पानी लेकर आती हैं। मैंने यह प्रण किया है कि यह वर्ष पानी के लिए समर्पित रहेगा। हमारी सरकार ने इसे एक मिशन के रूप में लेकर संशोधित ईआरसीपी में 2.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को लाभ, यमुना जल समझौता में 1917 क्यूसेक जल की उपलब्धता सुनिश्चित की है। बिना समय खर्च किए हमने यह समझौते किए हैं। देवास योजना से निश्चित रूप से उदयपुर क्षेत्र को काफी राहत मिलेगी। कांग्रेस ने लोगों को पानी का दर्द दिया, हमने समाधान दिया। आने वाले समय में बाड़मेर और जैसलमेर में भी फसलें लहलहाएंगी।
पत्रिका: राज्य में आए दिन बिजली संकट खड़ा हो जाता है। आमजन के साथ औद्योगिक क्षेत्र में भी इसका बड़ा असर पड़ता है, इसका समाधान कब होगा?
भजनलाल: कांग्रेस सरकार अकेले बिजली के क्षेत्र में 90 हजार करोड़ का घाटा हमें विरासत में देकर गई। इसे हमने दूर किया। अब हमारा संकल्प है कि राज्य को बिजली उत्पादन में सरप्लस पहुंचाना है। जल्द आप देखेंगे कि राजस्थान बिजली खरीदेगा नहीं, बल्कि बिजली बेचेगा। अक्षय ऊर्जा एवं सौर ऊर्जा में 2 लाख 24 हजार करोड़ के निवेश के लिए कंपनियों से हुए समझौते मील का पत्थर साबित होंगे। इसी के आधार पर उद्योग धंधे भी और विकसित होंगे।
पत्रिका: राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन अब तक इसे राजस्व का बड़ा केन्द्र नहीं बनाया जा सका। इसे लेकर कोई योजना है?
भजनलाल: देखिए निश्चित रूप से पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। हमने पर्यटन क्षेत्र को और अधिक विकसित करने के लिए एक रोड मैप भी बनाया है। वो रोड मैप राजस्थान में आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेगा। जो पर्यटक 2-3 दिन ही रुकता है वह 4-5 दिन और रुकेगा। बाड़मेर का रेगिस्तान, जैसलमेर का डेजर्ट, सीमा क्षेत्र में तनोट माता सहित सप्त माता सर्किट, वागड़ क्षेत्र में बेणेश्वर धाम, सीतामाता अभयारण्य, एकलिंगेश्वर, सांवरिया सेठ, श्रीनाथ जी, उदयपुर की झील आदि स्थानों को पर्यटन के मानचित्र पर उतारकर काम करेंगे। महाराणा प्रताप सर्किट, भरतपुर में महाराजा सूरजमल, खेमकरण सोंकरिया, गोकला जाट, डीग के जलमहल, रूपवास, अलवर में पुराना किला को केन्द्र बना सकते हैं। साथ ही राज्य में पूर्व से पश्चिम एवं उत्तर से दक्षिण तक पर्यटन की असीम संभावनाओं से हम पर्यटकों के लिए पधारो म्हारे देश की संकल्पना साकार करेंगे। माही बांध, बीसलपुर बांध, जंवाई बांध, बूंदी डैम में पर्यटन की दृष्टि से आइलैण्ड भी विकसित किए जाएंगे। बांसवाड़ा-डूंगरपुर हाईवे से आदिवासी क्षेत्र में भी औद्योगिक पर्यटन विकसित करने का लक्ष्य है।
पत्रिका: भाजपा के घोषणा पत्र और कांग्रेस के घोषणा पत्र में काफी अंतर है। क्या फर्क है बताएं?
भजनलाल: हमने घोषणापत्र के लिए हर लोकसभा क्षेत्र में विकसित भारत संकल्प पत्र के सुझाव के लिए सुझाव पेटिका भी भेजी है और हमारा संकल्प पत्र जनता के बीच में से आए हुए विषयों से बनेगा। संकल्प पत्र में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की झलक देखने को मिलेगी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी।
पत्रिका: ट्रैफिक सिग्नल पर आम आदमी की तरह रुकने का फैसला क्यों लेना पड़ा?
भजनलाल: मैंने एक दिन राजस्थान पत्रिका में ही एक खबर पढ़ी थी कि ‘वीआईपी आगमन से एंबुलेंस जाम में फंसी’ उस दिन मैंने महसूस किया कि आमजन जरूरी काम से घर से निकला और उसे मेरे काफिले के कारण जाम में फंसना पड़ा। आमजन को कोई परेशानी न हो इसलिए यह मेरा स्वयं का निर्णय है। आमजन ने इस पहल को सराहा भी है।