सवाल : यदि आपकों पार्टी विधानसभा को छोड़कर पार्टी लोकसभा में चुनाव लडऩे के लिए कहती है तो आप किसे प्राथमिकता देंगें।
जबाव : भारतीय जनता पार्टी केडरबेस पार्टी है और मैं संगठन का सिपाही हूं। पार्टी का जो आदेश होगा वो मुझे स्वीकार होगा।
जबाव : मेरे कार्यकाल में नई सड़कें बनी, नसीराबाद से किशनगढ़ तक पेयजल के लिए स्टील पाइप लाइन बिछाई गई। चिकित्सा सुविधा बढ़ी और पंचायत स्तर पर स्कूलें क्रमोन्नत हुई। अरांई कस्बे की कायापलट हो गई। जबकि कांग्रेसराज में न एक मीटर सड़क बनी और न ही एक मीटर पेयजल पाइप लाइन डाली गई।
सवाल : दो बार विधायक बने और प्रदेश में आपकी सरकार भी बनी। मंत्री पद नहीं मिलने की आपके मन में कोई कसक है क्या। जबाव : मैं तो शुक्रगुजार हूं संगठन का जिसने मुझे तीन बार भाजपा का उम्मीदवार बना कर जनता की सेवा का मौका दिया। मंत्री बनना न बनना मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता।
सवाल : कांग्रेस के पूर्व विधायक का आरोप है कि आप पांच साल केवल जमीनें खरीदने-बेचने में ही लगे रहे। यह आरोप कहां तक सही है या गलत।
जबाव : यह आरोप तो हास्यास्पद है। कोई भी एक इंच सरकारी जमीन पर मेरा कब्जा साबित करके बताए तो सही। झूठे आरोप लगाने वाले खुद दूसरों की जमीनों पर कब्जा कर गोदाम बना लिए और सालों से किराया खा रहे हैं।
सवाल : भाजपा की गौरव यात्रा के अपोजिट कांग्रेस की संकल्प यात्रा को आप क्या मानते हैं।
जबाव : गौरव यात्र निकालना ही गौरव की बात है। पता नहीं कांग्रेसियों के पेट में दर्द किस बात का हो रहा है। कांग्रेस संकल्प यात्रा नहीं निकाल रहे, बल्कि लोगों को गुमराह करने के लिए घूम रहे हैं।
सवाल : यदि आपको एक बार भी मौका मिलता है तो किस काम को प्राथमिकता देंगे।
जबाव : किशनगढ़ में एयरपोर्ट भाजपा की देन है इसकी पहल भाजपा सरकार के समय ही की गई। किशनगढ़ में गल्र्स कॉलेज निर्माण की इच्छा है और इस बार मौका मिला तो यह काम भी पूरा करूंगा।
सवाल : विगत सरकार में नाथूराम सिनोदिया के कार्यकाल को लेकर आप क्या कहेंगें।
जबाव : नाथूराम सिनोदिया ने यदि विधायक रहते हुए सदन में मेरे अनुपात में पांच प्रतिशत भी क्षेत्र के विकास के मुद्दे उठाए हों तो मैं राजनीति छोड़ दूं। विकास के काम की तो दूर की बात है।