डीसीपी (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी धर्मेन्द्र कुमार सीकर के लक्ष्मणगढ़ का रहने वाला है। पुलिस की पूछताछ में धर्मेन्द्र ने बताया कि उस पर भारी कर्ज हो गया था, जिसके चलते उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक फर्जी फर्म बनाई। बाइस गोदाम इलाके में एक ऑफिस किराए पर ले लिया। आरोपी व उसके साथियों ने इजरायल में ड्राइवर, स्टोर कीपर आदि पदों पर मोटे वेतन का लालच देकर सैकड़ों लोगों से 80 लाख रुपए ठगे।
एडिशनल डीसीपी (साउथ) ललित किशोर शर्मा ने बताया कि 18 सितंबर को रामेश्वरलाल, भूराराम, और गोपाल कुवाड ने रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि धर्मेन्द्र और उसके साथी इजरायल में 2-3 लाख रुपए प्रतिमाह वेतन पर नौकरी का झांसा दे रहे थे। ठगी करने के बाद आरोपी पासपोर्ट और रुपए लेकर गायब हो गए। पुलिस ने जांच में पाया कि धर्मेन्द्र ने झूठी फर्म ‘गणेश मैनपावर कन्सलटेंसी’ के नाम से बनाई और 22 गोदाम में ऑफिस किराए पर लिया। पुलिस आरोपी से ठगी की राशि बरामद करने का प्रयास कर रही है और उसके साथियों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।