कार्यशाला के संयोजक डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि वर्कशॉप का उद्देश्य डॉक्टरों को नवीनतम सर्जरी तकनीकों से अवगत कराना और उन्हें व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था। तीनों केस विशेष रूप से जटिल थे, जिनमें दूरबीन द्वारा बच्चेदानी की सर्जरी और गांठ निकालने की री-डू सर्जरी शामिल थीं। डॉ. शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की सर्जरी तकनीकों का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर डॉक्टरों ने चिकित्सा क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं।
सीके बिरला हॉस्पिटल के ऑब्सट्रेटिक्स और गायनोकोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. सीपी दाधीच ने तीनों सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस दौरान प्रतिभागी डॉक्टरों ने लाइव सर्जरी प्रक्रिया देखी और हाथों से काम कर अपनी कुशलता को निखारने का अवसर प्राप्त किया। इस तरह की कार्यशालाएं डॉक्टरों के व्यावहारिक ज्ञान और कौशल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
जनाना अस्पताल की अधीक्षक डॉ. पूर्णिमा पचौरी और डॉ. कांति यादव ने कार्यशाला के सफल आयोजन में विशेष सहयोग दिया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की वर्कशॉप से महिला रोगों के उपचार में अत्याधुनिक तकनीकों के प्रयोग को प्रोत्साहन मिलता है, जिससे मरीजों को बेहतर और सुरक्षित उपचार मिल सकेगा। यह वर्कशॉप अजमेर के चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई है, जिसमें डॉक्टरों को जटिल सर्जरी के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकें सीखने और अपने अनुभवों को साझा करने का महत्वपूर्ण अवसर प्राप्त हुआ।