ऐसे किया रेस्क्यू
विद्याधर नगर थानाधिकारी वीरेन्द्र कुरील ने उप निरीक्षक मदन सिंह को आस-पास के अस्पतालों से एंबुलेंस बुलाने तथा कांस्टेबल अशोक और महेश को पीछे के रास्ते से ऊपर चढऩे के लिए कहा। दोनों कांस्टेबल अपनी जान की परवाह किए बगैर तुरंत नजदीक से लकड़ी की सीढ़ी लेकर आए। दोनों ने पहली मंजिल पर चढ़कर सीढ़ी ऊपर ली और उससे दूसरी मंजिल पर चढ़ गए। वहां पर फ्लैट नंबर 203 से एक परिवार के चार सदस्यों को सुरक्षित जगह ले गए। फिर चौथी मंजिल पर जाकर 75 वर्षीय वृद्धा व एक अन्य को रेस्क्यू किया। बहादुर कांस्टेबल छज्जों और दीवार पर लगाए एसी पर पैर रखकर अपनी गोद में बच्चे को लेकर आगे बढ़े। खतरों से भरे रास्ते पर उन्होंने किसी का भी हाथ नहीं छोड़ा और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। जहां से एरियल हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म (स्नार्गल लैडर) के सहारे सभी को बाहर निकाला। लोगों ने पुलिस का शुक्रिया अदा किया।
सुबह 10.30 बजे लगी आग
थानाधिकारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि विद्याधर स्थित सिने स्टार टावर के बेसमेंट में बनीपार्क निवासी पवन कुमार अग्रवाल का चप्पल-जूतों का गोदाम है। सुबह करीब 10.30 बजे वहां पर आग लगी थी। समय पर सूचना मिलने और राहत कार्य शुरू होने से बड़ा हादसा टल गया। बिल्डिंग में 36 फ्लैट हैं, जबकि 100 से अधिक दुकान व ऑफिस हैं। इनके अलावा सिनेमा हॉल भी है। पुलिस ने बताया कि आग लगने का कारण पता नहीं चल सका है। यहां पर आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं मिले हैं।
– आग पर करीब ढाई घंटे में काबू पाया गया। शहर के विभिन्न अग्निशमन केंन्द्रों से 15 दमकलों ने आग बुझाई।
– दमकलकर्मी राजेश कुमार व एक ऑफिस में काम करने वाली नेहा दम घुटने से बेहोश हो गए। उनका नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया।
– फ्लैट नं 203 में परिवार के फंसे होने की सूचना पर दम्पती, पांच साल की बेटी और वृृद्धा को बचाया गया। फ्लैट नं 410 में से एक वृद्धा व एक अन्य को बचाया।