एसीबी के नोटिस के बावजूद हैरिटेज निगम महापौर
मुनेश गुर्जर गुरुवार को कोर्ट नहीं पहुंची। उसके वकील ने अदालत को बताया कि मुनेश गुर्जर की तबीयत खराब है, वह इलाज के लिए दिल्ली गई है। एसीबी की ओर से जांच अधिकारी बहादुर सिंह ने मुनेश गुर्जर, उसके पति सुरेश गुर्जर तथा अन्य आरोपी नारायण सिंह व अनिल दुबे के खिलाफ चार्जशीट पेश की है।
इस मामले में मुनेश सहित चारों आरोपियों के मोबाइल फोन, रिश्वत राशि का सत्यापन और आपसी बातचीत के एसडी कार्ड और अन्य आर्टिकल विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के लिए भिजवाए हैं। रिपोर्ट आते ही कोर्ट में पेश कर दी जाएगी। एसीबी ने सुरेश, नारायण सिंह व अनिल दुबे को गत वर्ष दो लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
एसीबी की तफ्तीश में सामने आई मुनेश गुर्जर की भूमिका
एसीबी की तफ्तीश में मुनेश गुर्जर की भूमिका सामने आई। इस मामले में
राज्य सरकार ने 6 सितंबर को मुनेश के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दे दी। परिवादी ने भी अदालत के समक्ष दिए बयान में बताया था कि उससे मुनेश ने पचास हजार की रिश्वत ली थी। उसने बताया कि मुनेश ने एक लाख रुपए मांगे थे। बाद में दलाल दुबे की उपस्थिति में मुनेश ने पचास हजार रुपए लिए।
5 अक्टूबर तक पेश होने को कहा
हाईकोर्ट ने पिछले दिनों दो सप्ताह में चालान पेश करने का निर्देश दिया था, जिसकी पालना में एसीबी ने मुनेश सहित अन्य के खिलाफ चालान पेश किया। एसीबी ने मुनेश को गुरुवार को पेश होने का नोटिस दिया था। हालांकि चार्जशीट के समय मुनेश पेश नहीं हुई।
अधिवक्ता दीपक चौहान ने मेडिकल रिपोर्ट पेश कर बताया कि मुनेश गुर्जर की तबीयत खराब है और इलाज के लिए दिल्ली में है। परिवादी पक्ष के वकील पूनम चंद भंडारी ने मेडिकल रिपोर्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने मेडिकल बोर्ड से जांच व मुनेश के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की बात कही। अदालत ने मुनेश गुर्जर को अदालत में पेश होने के लिए 5 अक्टूबर तक का समय दिया।