विधायक गोपाल शर्मा के मिनी पाकिस्तान के बयान पर हंगामा इतना जोरदार हुआ कि दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी अपने दलों के समर्थन में नारेबाजी करने लिए। कांग्रेस के एक पार्षद विधायक गोपाल शर्मा की तरफ बढ़े, सभा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। इस दौरान भाजपा और कांग्रेस के पार्षद भिड़ गए और हाथापाई हो गई। बैठक में विधायक बालमुकुंदाचार्य और प्रशांत शर्मा भी मौजूद रहे।
कांग्रेस विधायक आमीन कागजी ने महापौर से कहा कि आप सदन में बहुमत नहीं रखती हैं। मैदान छोड़कर भागने से काम नहीं चलेगा। वहीं, कांग्रेस के कई पार्षद बैनर लेकर आए और महापौर को हटाने की मांग करते हुए दिखाई दिए।
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विधायक रफीक खान ने सदन में बजट सीधे सरकार को भेजे जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह विकास का मॉडल नहीं है। शराब की दुकानें रात आठ बजे के बाद खुलती हैं, मीट की दुकानें हटाने की बात की जा रही है। छोटे मकानों और नियमों के दायरे में आने वाली व्यावयासिक इमारतों पर ठेकेदार पहुंच रहे हैं। वे कलेक्शन करते हैं। लोगों को डराया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अधिकारी हद में रहकर काम करें। ठेकेदार मकानों पर नहीं जाएं। नहीं तो वो खुद अपनी हालत के लिए जिम्मेदार होंगे। हटवाड़ा लगाने वालों को परेशान किया जा रहा है।
विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि विधायक रफीक खान के भाषण में हटवाड़ा शामिल हो गया। 300 गज और 100 गज के मकान में कोई घुसे नहीं। ऐसा कैसे संभव है? इन मकानों में अंदर क्या हो रहा है। ये तो निगम के कर्मचारी जानना चाहेंगे। जयपुर को मिनी पाकिस्तान नहीं बनने देंगे। इससे पहले उन्होंने कहा कि जिसके पास बहुमत होगा, वही सदन चलाएगा। सदन को महापौर हटाने का अधिकार है। विरोध कानून के जरिये हो। उन्होंने कहा कि जब तक भ्रष्टाचार नहीं रुकेगा तब तक जयपुर आगे नहीं बढ़ेगा।
विधायक अमीन कागजी ने कहा कि यह शहर गंगा जमुनी तहजीब का है। जिन लोगों को हिन्दुस्तान से नफरत थी, वे मुल्क छोडकऱ जा चुके हैं। जयपुर की जनता हम सभी को देख रही है। पार्षद को बोलने का मौका दें। शहर का बुरा हाल है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं।
सदस्यों ने सदन की मर्यादा नहीं रखी। एक विधायक ने तो माइक के तार ही निकला दिए। यह सबसे निम्न स्तर का काम है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित हुआ है। बाकी प्रस्तावों पर पार्षद चर्चा नहीं करना चाहते थे। सफाई, बीट सिस्टम के प्रस्ताव तो पार्षदों ने ही दिए थे। मुझे हटाने के लिए पिछले तीन वर्ष से हस्ताक्षर अभियान चल रहा है। जो विधायक हमलवार थे, उनके व्यक्तिगत हित निगम में अटके हुए हैं।
– मुनेश गुर्जर, महापौर
पार्षद धीरज शर्मा ने कहा कि तीन साल से बोलने नहीं दिया जा रहा है। सभा में माइक चालू नहीं किए जा रहे। वहीं, रेखा राठौड़ ने कहा कि मनमर्जी के प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो सकती। मनीष पारीक ने कहा कि सदन नियमों से चलता है। कुसुम यादव ने कहा कि प्रस्ताव पर आपत्ति है। वोटिंग कराई जाए।