राजधानी जयपुर में 22 अगस्त तक मौसम साफ रहेगा। इसके बाद मानसून सक्रिय होगा। ऐसे में आगामी चार दिन बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी। इस बीच बूंदाबादी हो सकती है।
मानसून ने बदली ट्रफ लाइन
मौसम केंद्र निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान व आसपास के पाकिस्तान क्षेत्र के ऊपर स्थित है। ऐसे में पूर्वी राजस्थान के भी अधिकतर भागों में
बारिश की गतिविधियों में कमी होने आएगी। कोटा, उदयपुर संभाग के कुछ भागों में 24-25 अगस्त से पुनः भारी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की आशंका है।
इस बार मानसून ने तोड़े ऑल टाइम रेकॉर्ड
इस बार मानसून के दौरान जयपुर में बारिश ने ऑल टाइम रेकॉर्ड तोड़ दिए। एक जून से 15 अगस्त तक 75 दिन में राजधानी में 1040 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह आंकड़ा जयपुर में अभी तक का सबसे अधिक बारिश का है। साल 1981 में जयपुर में 19 जुलाई को बाढ़ आई थी। उस साल भी इन्हीं 75 दिनों में 698.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी।