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जयपुर डिस्कॉमः स्काडा टेंडर खत्म…ट्रिपिंग, बिजली बंद की शिकायतों पर डिस्कॉम का बहाना… आगे से बंद है सप्लाई.. ग्रामीण खंड में बिगड़ रही लोगों की दिनचर्या गुणवत्ता पर भी उठे सवाल पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला कि प्रताप नगर के पन्नाधाय सर्कल से एनआरआई सर्कल तक कम ऊंचाई के पोल लगाए गए हैं। शहर के बाहरी इलाकों जैसे बिंदायका, हाथोज और भांकरोटा में भी इसी तरह के कम ऊंचाई के पोल घटिया गुणवत्ता के फाउंडेशन पर लगाए जा रहे हैं।
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आसमान में छूट की बारिश… दीपोत्सव पर खास ऑफर! जानें एयरलाइन कंपनियों ने कितना घटाया हवाई किराया… हादसे की आशंका पोल के फाउंडेशन में गैल्वेनाइज्ड स्टील के बजाय माइल्ड स्टील का उपयोग किया जा रहा है। जिससे बारिश में जंग लगने का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा सही तरह से अर्थिंग नहीं होने के कारण करंट फैलने से बड़े हादसे होने की आशंका भी जताई जा रही है।
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पानी का बिल बकाया हो तो तुरंत भर दें वर्ना कट जाएगा पानी का कनेक्शन… जलदाय विभाग ने बकायादारों पर कसा शिकंजा… प्रताप नगर, सांगानेर, बिदायका, हाथोज और भांकरोटा जैसे इलाकों में ऐसे पोल लगाए जाने की जानकारी मिलने के बावजूद ठेकेदारों को करोड़ों रुपए का भुगतान किया जा रहा है। इस संबंध में जयपुर शहर उत्तर सर्कल के अधीक्षण अभियंता अशोक रावत ने कहा कि पोल की ऊंचाई 9 मीटर यानि 27 फीट निर्धारित है और इससे कम लग ही नहीं सकते। मेरे पास अभी तक ऐसी कोई सूचना नहीं आई है कि कम ऊंचाई के पोल लगाए गए हैं। फिर भी फील्ड इंजीनियरों से इस बारे में रिपोर्ट ली जाएगी। वहीं दक्षिण सर्कल अधीक्षण अभियंता लोकश जैन से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नहीं हो सकी।