उसी मोबाइल से पेटीएम के जरिए एक अलमारी और कूलर भी खरीदा। दुकानदार को रुपए नहीं होने का हवाला दे पेटीएम कर नकद रुपए भी ले गए। दुकानदार को भुगतान प्राप्त नहीं हुआ तो पता चला कि बैंक ने रुपए होल्ड कर दिए, क्योंकि लूट के मोबाइल से भुगतान किया गया, जिसकी पीड़ित ने शिकायत की है।
इंदिरा गांधी नगर सेक्टर एक निवासी राजकुमार राय के साथ मोबाइल लूट की वारदात हुई। परिवादी ने बताया कि 18 मार्च की सुबह दस बजे लूट की घटना के आधा घंटे बाद स्थानीय बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में गया। लेकिन जिस ब्रांच में खाता खुलवाया वहां जाने की कहकर लौटा दिया। इसके बाद परिवादी ने मोबाइल सिम बंद करवाई, लेकिन लूट की घटना के करीब तीन घंटे बाद सिम बंद हुई।
दो दिन बाद दुकानदार का आया फोन परिवादी ने बताया कि दो दिन बाद मोबाइल की नई सिम चालू करवाई। तभी बांदीकुई से एक दुकानदार का फोन आया। दुकानदार ने बताया कि दो दिन पहले पेटीएम के जरिए 19 हजार रुपए में एक अलमारी और कूलर खरीदकर ले गया था। साथ में पेटीएम के बदले 6 हजार रुपए भी ले गया। लेकिन रुपए दुकानदार के अकाउंट में आने से पहले होल्ड हो गए। 25 हजार रुपए देकर जाओ। तब दुकानदार को मोबाइल लूटकर ले जाने की जानकारी दी तो वह भी सन रह गया। परिवादी ने आरोप लगाया है कि उसके खाते से कुल 90 हजार रुपए निकाल लिए। लेकिन आज तक पुलिस लुटेरों को नहीं पकड़ सकी। गौरतलब है कि इस वर्ष मार्च तक 60 मोबाइल स्नैचिंग की वारदात हुई।