यहां के अन्य उत्पाद भी देश—दुनियां में खासे पसंद किए जा रहे है।
जौहरी बाजार — ज्वैलरी
चौड़ा रास्ता — जयपुरी रजाई व किताब बाजार
हवामहल बाजार — जयपुरी जुतियां और परंपरागत पोशाक
त्रिपोलिया बाजार — बर्तनों का कारोबार
गोपालजी का रास्ता — जेम स्टोन व जवाहरात का कारोबार
जड़ियों का रास्ता — कुंदन मीनाकारी
बापू बाजार व नेहरू बाजार — सांगानेरी प्रिंट की बेडशीट, कुर्तियां, लहंगे
किशनपोल बाजार — आयुर्वेदिक दवा, मूज—बाण के सामान
दीनानाथजी का रास्ता — काजू—बादाम आदि मेवा
मनिहारों का रास्ता — लाख की चूड़ियां
लालजी सांड का रास्ता — साड़ी बाजार
आमेर रोड ट्यरिस्ट हब बनता जा रहा है। हवामहल बाजार में जहां राजस्थानी कपड़े, बेडशीट, मीनाकारी के आयटम व ज्वैलरी की दुकाने है, वहीं आमेर रोड पर कई बड़े—बड़े शोरूम है, जहां एंटिक ज्वैलरी, जेम स्टोन, कुंदन मीनकारी के आयटम, पेंटिंग्स, लेदर आयटम, ब्लू पोटरी व मार्बल के छोटे—छोटे आइटम का कारोबार हो रहा है।
अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, इटली, स्पेन, फ्रांस सहित सभी यूरोपियन देशों में जयपुर के उत्पाद अधिक पसंद किए जा रहे है। विदेशों में अच्छी खपत
जयपुर व्यापार महासंघ अध्यक्ष सुभाष गोयल का कहना है कि जयपुरी ज्वैलरी से लेकर, पीलत के बर्तन, लाख के हाथी, जयपुरी जूतियां, रजाइयां सहित कई उत्पाद विदेशों में जा रहे है। इनकी विदेशों में अच्छी खपत है, विदेशी इन्हें पसंद कर है। जयपुर शहर से सालाना करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार विदेशों में हो रहा है।
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दिनोंदिन बढ़ती जा रही डिमांडहवामहल बाजार व्यापार मंडल अध्यक्ष अतुल गांधी का कहना है कि जयपुरी जूतियां, बैडशीट, रजाइयां और मीनाकारी के आइटम की डिमांड दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। बाहर से भी यहां लोग खरीदारी करने आते है, वहीं यहां भी उत्पाद बाहर भेजे जा रहे है।