बदमाशों का महिमामंडन बना चुनौती एडीजी डॉ रवि प्रकाश ने बताया कि गैंगस्टर सोशल मीडिया पर अपने फोटो-वीडियो शेयर करते हैं। कुछ युवा उनसे प्रभावित होकर उनके फॉलोअर्स बन जाते हैं और धीरे-धीरे जुर्म की दुनिया की ओर अग्रसर हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर बदमाशों का महिमामंडन पुलिस के लिए चुनौती बन गया है। इसी वजह से जिलों में कार्यरत साइबर प्रकोष्ठ एवं सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को मजबूत किया जाना आवश्यक हो गया। बदमाशों के फॉलोअर्स बने युवाओं को जागरुक करने के लिए 1 जनवरी से अप्रेल 2023 तक राज्य स्तरीय अभियान चलाया जाएगा। इसमें जिला स्तर पर एसपी एवं रेंज स्तर पर आईजी द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी।
यह रहेंगे नोडल अधिकारी और सदस्य
डीजीपी मिश्रा ने बताया कि परामर्श प्रकोष्ठ में जिले का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय नोडल अधिकारी होगा। जिले में पदस्थापित वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी, सोशल मीडिया सेल प्रभारी और मनोचिकित्सक, मनोवैज्ञानिक या वरिष्ठ चिकित्साकर्मी इसके सदस्य होंगे। काउंसलिंग सेल के कार्यों का पर्यवेक्षण अपराध शाखा करेगी।
भटके युवाओं को सही राह दिखायेगी काउंसलिंग सेल – अपराधों में लिप्त युवाओं की निगरानी के पश्चात प्राप्त सूचनाएं संबंधित थाना अधिकारी को दी जाएगी।
– परामर्श दिए गए युवाओं का फॉलोअप भी नियमित रूप से सोशल मीडिया सेल द्वारा किया जाएगा। परामर्श के उपरांत उन युवाओं के आचरण एवं विचरण में बदलाव हुआ या नहीं, उसके रिकॉर्ड में टिप्पणी अंकित की जाएगी।