सीएम ने कहा कि खनन क्षेत्र के निवेशक प्रदेश की विकास यात्रा में भागीदार बनें। राज्य में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाया है। उन्होंने अपनी जापान और कोरिया यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि जापान के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे राजस्थान में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। कोरियन स्टोन कंपनी सहित कई कंपनियों ने भी
राजस्थान में निवेश में रुचि दिखाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सोना, चांदी, लेड, जिंक, मार्बल, ग्रेनाइट सहित विभिन्न खनिजों के विपुल भंडार हैं।
सीकर के रोहिल में यूरेनियम के खनन के लिए यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को एलओआई जारी किया गया है। वहीं, बाड़मेर, जालोर, नागौर आदि में दुर्लभ खनिज रेयर अर्थ एलिमेंट के भंडार मिले हैं। राज्य में देश के कुल उत्पादन का लगभग 15 प्रतिशत क्रूड ऑयल और प्रतिदिन 3.3 मिलियन घनमीटर प्राकृतिक गैस का उत्पादन हो रहा है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने रिफाइनरी की प्रगति व खनिज खनन के बारे में बताया। विभाग के प्रमुख सचिव टी. रविकान्त ने कहा कि माइनिंग व पेट्रोलियम सेटर में अब तक 1.41 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव हस्ताक्षरित हो चुके हैं। इनमें 63 हजार 463 करोड़ के शुक्रवार को और इससे पहले 77 हजार 721 करोड़ रुपए के एमओयू किए जा चुके हैं। विभाग की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षऱ प्रमुख सचिव टी.रविकांत और निदेशक भगवती प्रसाद कलाल ने किए।
प्रदर्शनी का अवलोकन
सीएम ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और मिनरल मार्वल्स ऑफ राजस्थान, बिल्डिंग इंडियाज आइकोनिक मोन्यूमेंटस एवं टाइमलैस ट्रेसरेस द जियो हेरिटेज ऑफ कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। नहीं परोसेंगे शराब, देंगे शाकाहारी भोजन
औद्योगिक बूस्टअप के लिए प्रदेश में होने वाले इन्वेस्टमेंट समिट में देसी-विदेशी निवेशक और मेहमानों को मांसाहारी भोजन और शराब नहीं परोसी जाएगी। राजधानी में 9 से 11 दिसंबर के दौरान नाश्ता, लंच और डिनर में शुद्ध शाकाहारी व्यंजन ही होंगे। मेहमानों को राजस्थानी और देश के विभिन्न राज्यों के व्यंजनों का स्वाद चखाएंगे। इसे लेकर कई दिन तक जद्दोजहद चली, क्योंकि ज्यादातर विदेशी और कई देसी निवेशक ऐसे आयोजन में मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन करते रहे हैं। इस स्थिति के बीच उच्च स्तर पर शाकाहारी भोजन ही परोसने पर सहमति बनी है। पिछले वर्ष भारत में हुए जी-20 स्मेलन में भी शाकाहारी भोजन ही खिलाया गया था। इसी तर्ज पर राजस्थान में प्लानिंग की जा रही है। नाश्ते, भोजन का जिम्मा एक पांच सितारा होटल प्रबंधन को दिया गया है। उन्हें खाने में मोटे अनाज से बने व्यंजन को आवश्यक रूप से शामिल करने के लिए कहा गया है।