सराफ ने कहा कि कोरोना महामारी से युद्ध में मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों के साथ सफाईकर्मी भी एक योद्धा की तरह डटे हुए हैं। कोरोना संक्रमण के बीच अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना ये सफाईकर्मी प्राइवेट और सरकारी क्षेत्रों में पूरी ईमानदारी से काम पर डटे हुए हैं। शहर के गली, मोहल्लों व सार्वजनिक स्थानों से कचरा एकत्रीकरण तथा उसके निस्तारण सहित निजी व सरकारी अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे हुए इन सफाईकर्मियों में कोरोना संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसलिए सफाईकर्मियों का भी 50 लाख रुपए का बीमा होना चाहिए।
महेश जोशी ने भी गहलोत को लिखा पत्र मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भी पिछले दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर सफाई कर्मचारियों का 50 लाख रुपए का बीमा कराने की मांग की है। संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने जोशी को बीमा कराने की मांग की थी। इसके बाद जोशी ने सीएम को पत्र लिखा है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि कोरोना संक्रमण काल में सफाईकर्मी पूरी ईमानदारी से अपना काम कर रहे हैं। कर्मचारियों को भी कोरोना का खतरा है, इसलिए सफाई कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए इनका 50 लाख रुपए का बीमा होना चाहिए।
डंडोरिया भी कर चुके हैं मांग पूर्व पार्षद दीपक डंडोरिया ने भी पिछले दिनों सरकार से सफाई कर्मचारियों का 50 लाख रुपए का बीमा करने की मांग की थी। इस संबंध में डंडोरिया ने सीएम तक भी अपनी बात को पहुंचाया था। डंडोरिया ने 50 साल से ज्यादा उम्र के कर्मचारियों को फील्ड वर्क से हटाने की भी मांग सरकार से की है।