वहीं
राजस्थान से अन्य राज्यों में अपने घर छठ व अन्य पर्व पर लौटते हैं। उस दौरान फ्लाइट्स के महंगे किराये से बचने के लिए यात्रियों की संख्या ट्रेनों में बढ़ जाती है। इस बार यात्रियों के ट्रेन में सफर करने पर भी संकट खड़ा हो गया है। दिवाली 31 अक्टूबर को है और कई लंबी दूरी की ट्रेनें अभी से फुल हो गई हैं। उनमें 25 से 31 अक्टूबर तक लंबी वेटिंग मिलना शुरू हो गई है।
स्पेशल ट्रेनों को लेकर अभी चुप्पी
डिमांड और लंबी वेटिंग के बावजूद रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें दौड़ाने को लेकर अभी कोई प्रतिक्रया नहीं दी है। ऐसे में यात्री असमंजस में हैं। रेलवे अगर स्पेशल ट्रेन चलाएगा तो उसमें 25 से 30 फीसदी किराया अधिक देना पड़ेगा। दूसरी ओर वेटिंग टिकट कैंसिल करवाने पर भी चार्ज देना पड़ेगा।
ट्रेनों में रिजर्वेशन कोच में बुकिंग की स्थिति
जयपुर से सियालदाह, हावड़ा : अजमेर-सियालदाह में स्लीपर कोच की बुकिंग में वेटिंग 99 तक पहुंच गई। थर्ड एसी में 20 से 35 तक। जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट में स्लीपर में 25 से 40 तक, थर्ड एसी में 13 से 19 तक।
जयपुर से गुवाहाटी : बाड़मेर-गुवाहाटी ट्रेन व कवि गुरु एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में वेटिंग 55 तक, थर्ड एसी में 18 से 37 तक। जयपुर से पटना : जियारत एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में वेटिंग 25 तक, थर्ड एसी में 15 व सेकेंड एसी में 9 पहुंच गई है।
जयपुर से लखनऊ : उदयपुर- न्यू जलपाईगुड़ी में स्लीपर कोच में वेटिंग 65 तक, थर्ड एसी कोच में 44 तक। उदयपुर-गोरखपुर में 26 अक्टूबर को थर्ड एसी की बुकिंग बंद हो गई।
जयपुर से अयोध्या : कवि गुरु एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में वेटिंग 66 पार हो गई है। थर्ड एसी की वेटिंग 35 तक। मरुधर एक्सप्रेस, गरीब नवाज एक्सप्रेस में भी यही हाल है।
जयपुर से वाराणसी : जोधपुर-वाराणसी में स्लीपर कोच की बुकिंग में वेटिंग 30 तक। एसी कोच में 15 वेटिंग। (25 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच)