दरअसल, जयपुर रेल मंडल के गांधीनगर-जयपुर जंक्शन-कनकपुरा के बीच
रेलवे ट्रैक पर रविवार से चल रहा ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नलिंग के इंस्टॉलेशन का काम सोमवार शाम को पूरा हो गया है। डीआरएम विकास पुरवार के अनुसार तीन ब्लॉक में इस तकनीक को इंस्टॉल किया गया है। जिसमें गांधीनगर से जंक्शन तक 5.39 किमी दूरी व जयपुर जंक्शन से कनकपुरा तक 8.94 किमी में इसे स्थापित किया गया है।
ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नलिंग का काम बेहद खास
डीआरएम ने बताया कि यह कार्य बेहद खास है, क्योंकि पहली बार जयपुर में मौजूदा इंटरलॉकिंग मेगा ईआइ में परिवर्तन सफलता पूर्वक किया गया है। जिसमें 240 रूट शामिल हैं। सीनियर डीसीएम केके मीणा ने बताया कि इस कार्य में 150 रेलवे इंजीनियर, 80 ऑपरेटिंग स्टाफ व 46 ओईएम इंजीनियरों का विशेष योगदान रहा।
अब मेट्रो की तरह एक के पीछे एक ट्रेन दौड़ेगी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस तकनीकी कार्य के होने अब ट्रेनों को रवाना होने के अगले स्टेशन तक ट्रेन के गुजरने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वे मेट्रो की तरह एक के पीछे एक दौड़ सकेंगी। खास बात है कि ट्रेनों को जयपुर जंक्शन पर आउटर पर भी खड़ा नहींं होना पड़ेगा।