शहीद मनोज यादव का पार्थिव शरीर शनिवार देर शाम को दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद सेना के वाहन से रात को पचेरी लाया गया। यहां से सुबह पचेरी कला से उनके पैतृक गांव ले जाया गया। शहीद का पार्थिव शरीर जब उनके घर पहुंचा तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि परिवार को ढांढस बंधाया।
शहीद वीरांगना ज्योति देवी ने अपने पति को सलाम किया। गांव के राजकीय विद्यालय के पास मुख्य सड़क पर शहीद मनोज यादव का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन किया गया। इस दौरान बड़ा भाई प्रमोद यादव ने छोटे भाई को मुखाग्नि दी। सेना के अधिकारियों ने मनोज यादव के पिता जगदीश प्रसाद एवं बड़े भाई प्रमोद यादव को तिरंगा सुपुर्द किया और उनका हौसला बढ़ाया। सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान झुंझुनूं पुलिस लाइन से आए पुलिस के जवानों की ओर से भी गार्ड ऑफ ऑनर देकर शहीद को सलामी दी गई।
इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा, सांसद नरेंद्र खीचड़, विधायक सुभाष पूनिया, पूर्व विधायक श्रवण कुमार, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, झुंझुनूं जिला कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी, पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद, प्रधान हरीकृष्ण यादव, पुलिस उपाधीक्षक मुकेश चौधरी, एसडीएम सुनील चौहान आदि सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने शहीद को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।