श्राद्ध पक्ष की शुरुआत में बारिश बरसी तो पंद्रह दिन नहीं थमेगी….ऐसा ही सावन के साथ दरअसल पुरानी मान्यता है कि अगर सावन के महीने के पहले दिन अच्छी बारिश होती है तो फिर यह दौर पूरे सावन यानी तीस दिन तक चलता है। इसी तरह की जानकारी श्राद्ध पक्ष के साथ भी है। अगर श्राद्ध की शुरुआत में बारिश होती है तो फिर यह पूरे पंद्रह दिन तक जारी रहती है। इस बार पहले ही इतनी बारिश हो चुकी है शायद ही कोई गली या रास्ता होगा जहां सड़कें टूट नहीं गई हों….। कई गांव के गांव डूब गए हैं। कई लोगों की मौत हो चुकी है। अगर और पंद्रह दिन बारिश होती है तो हालात और ज्यादा परेशानी वाले हो सकते हैं।
अब तक राजस्थान में कितनी बारिश, कितने जिलों में औसत से ज्यादा या कम हुई बारिश मानूसन की बात की जाए तो मौसम विभाग के अनुसार आज रात या कल सवेरे से जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के पंद्रह से ज्यादा जिलों में बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बन रहा है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस महीने के अंत में मानसून विदा हो जाएगा, लेकिन हालात ऐसे बन रहे हैं कि इसकी विदाई अगले महीने के पहले सप्ताह में हो सकती है। अब तक करीब साठ फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है प्रदेश में। दस से ज्यादा जिले तो ऐसे हैं जहां औसत से भी अस्सी फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। सिर्फ झालावाड़ जिला ऐसा है जहां औसत के कुछ ज्यादा पानी बरसा है, बाकि सभी जिलों ने औसत बारिश के आंकड़े को काफी पीछे छोड़ दिया है। राज्य में अब तक कुल 668.9 मिली मीटर बारिश हो गई। राज्य में 1 जून से 16 सितंबर तक औसत बरसात 419.8 मिली मीटर होती है।