इस कोर्स के जरिए कम से कम स्वयं के डेटा चोरी होने की संभावना को रोका जा सकता है। साथ ही कई कंपनियों के लिए एक्सपर्ट के रूप में काम भी मिल सकता है। कोर्स में सिक्योरिटी सेट-अप टूल की नॉलेज मिलेगी।
इस कोर्स में शामिल होने वालों के लिए 30 घंटों का ***** कैंप भी आयोजित होगा। इसमें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाएगी।इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 16 मार्च से शुरू हुए है। यह कोर्स आईआईटी-एम और आईआईआईडीएम- कांचीपुरम की फैकल्टी पढ़ाएगी।
साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए सबसे पहले स्वयं को अवेयर होना चाहिए। आईआईटी के जरिए साइबर सिक्योरिटी कोर्स पढ़ने वाले दूसरों को भी अवेयर कर सकेंगे। इससे मामलों में कमी आ सकती है। — मुकेश चौधरी, साइबर एक्सपर्ट