Mukesh Bhakar Suspended: जयपुर। विधानसभा से छह महीने के लिए निलंबित किए जाने के बाद लाडनूं से कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का पहला रिएक्शन सामने आया है। मुकेश भाकर ने साफ-साफ कहा कि निलंबित होने के बाद भी मैं अपनी स्टाइल नहीं बदलूंगा फिर चाहे मुझे हमेशा के लिए निलंबित कर दें। साथ ही उन्होंने सुरक्षा प्रहरियों के हाथों पर काटे जाने के आरोपों को नकारते हुए कहा कि मैंने किसी को नहीं काटा है।
6 महीने के निलंबन के बाद मुकेश भाकर ने मीडिया के सामने आकर सत्ता पक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष ने सरकार के दबाव में असंवैधानिक निर्णय लिया है। मंत्री जवाब नहीं दे पा रहे हैं, कोई भी प्रस्ताव आता है तो पहले वोटिंग होती है। भाकर ने कहा कि मेरे दांत देखो, काटने वाले लग रहे हैं क्या? अगर शक है तो टेस्ट करवा लो, मैं तैयार हूं। ये तो खुद ही काट कर बाते बना रहे हैं। मैंने किसी को नहीं काटा है। निलंबित होने के बाद भी मैं अपनी स्टाइल नहीं बदलूंगा फिर चाहे मुझे हमेशा के लिए निलंबित कर दें। जिस रवैए से ये लोग सदन चलाना चाहते हैं, उसके खिलाफ मैं हमेशा खड़ा रहूंगा।
सरकार पर संवैधानिक संकट, राज्यपाल से समय मांगाः जूली
वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी सरकार सदन को स्थगित कर इस मामले से पीछा छुड़ाना चाहती है। मगर विपक्ष इस मुद्दे पर अपनी लड़ाई जारी रखेगा और सड़कों पर आंदोलन करेगा। सरकार पर संवैधानिक संकट है, इसलिए कांग्रेस ने इस मामले को राज्यपाल के समक्ष उठाने का फैसला किया है और राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा है।
उन्होंने कहा कि मुकेश भाकर का 6 माह के लिए विधानसभा से किया गया निलंबन पूर्णतः असंवैधानिक एवं गैरजरूरी है। भाजपा जब से आई है तब से काला अध्याय जोड़े जा रही है। कल से विपक्ष को सुना नहीं गया, तो फिर ये संविधान की दुहाई क्यों देते हैं। मैंने मामला उठाया कि नए कानून के अंदर ही अधिवक्ताओं की नियुक्ति हो सकती है, मगर मेरी बात को सुना नहीं गया। हमारी महिला विधायकों के साथ बदसलूकी हुई।