रेलवे की करीब 7000 स्पेशल ट्रेनें लोगों के लिए कुछ सहारा जरूर बनी है लेकिन उनके बारे में जानकारी के अभाव में समस्या का समाधान नहीं दिखता। मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और गुजरात से बिहार-उत्तर प्रदेश जाने व दक्षिण भारत से इन प्रदेशों में आने वाली प्रमुख ट्रेनों में नवंबर के दूसरे सप्ताह तक कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा।
पांच नवंबर तक यही हालात रहेंगे
इनके अलावा
बीकानेर-दिल्ली सराय, बीकानेर-दादर, जयपुर-उदयपुर, अजमेर-अमृतसर जोधपुर पुरी समेत 70 जोड़ी ट्रेनों में 150 से ज्यादा विभिन्न श्रेणियों के अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। उसके बावजूद भी ऐसे हालात है। इस संबंध में उत्तर-पश्चिम रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि 5 नवंबर तक ट्रेनों में यही हाल रहेंगे।
रिजर्वेशन बुकिंग करने पर यह हाल
जयपुर से जम्मूः शालीमार एक्सप्रेस में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 127 तक पहुंची हुई है। थर्ड एसी में भी 50 से ज्यादा वेटिंग मिल रही है। ऐसा ही हाल अजमेर- जम्मूतवी ट्रेन में देखा जा रहा है। जयपुर से मुंबईः जयपुर मुंबई सुपरफास्ट में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 60 पार चल रही है। हालांकि इस रूट पर आधा दर्जन स्पेशल ट्रेनें भी दौड़ने लगी है इसलिए थोड़ी राहत है। जयपुर से पटनाः अनन्या एक्सप्रेस ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 133 चल रही है जबकि थर्ड एसी में 70, सैकंड एसी में 35 वेटिंग मिल रही है।
जयपुर से गुवाहाटीः श्रीगंगानगर-गुवाहाटी ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में वेटिंग 247 तक पहुंच गई है। थर्ड एसी में भी वेटिंग 75 पार चल रही है। यहां तक कि फर्स्ट व सैकेंड एसी में भी कंफर्म टिकट नहीं मिल रही है।