यह भी पढें : पति के बाद अनामिका ने भी ली दीक्षा, बनी साध्वी अनाकारश्री, भाई-भाभी ने लिया इभ्या को गोद आब-ए-जमजम और सौगातें लाए यात्रियों को मक्का का पवित्र पानी आब-ए-जमजम एयरपोर्ट पर ही दे दिया गया। इसके अलावा हाजी अपने साथ मक्का की तस्बीह, बुरके, तस्वीरें, खजूर भी लेकर आए। इन्हें दोस्तों व रिश्तेदारों को बांटा जाएगा।
यह भी पढें : हाजी बन वतन पहुंचे तो इस्तकबाल देख आंखें हुई नम, देखें तस्वीरें 4 का इंतकाल, वहीं दफनायाहज के दौरान चार हज यात्रियों का सऊदी अरब में इंतेकाल हो गया। उन्हें वहीं दफना दिया गया। सीकर के अब्दुल गनी व बिलकीस बानो, नागौर के बासनी के जहुरूद्दीन और हनुमानगढ़ निवासी इस्मत बानो का इंतकाल हो गया। साथ गए, लेकिन अकेले आते देख परिजनों की आंखें नम हो गईं। लोगों ने दिलासा देकर उन्हें रवाना किया।
यह भी पढें : किसने बनाए बांग्लादेशियों के स्थानीय पहचान पत्र अब चलेगा दावत का दौर हाजियों के सम्मान में अब दावतों का दौर चलेगा। हाजी को लोग अपने घर बुलाकर सम्मान करने के साथ ही दावत भी देंगे। इस दौरान लोगों को सऊदी अरब से लाई गईं सौगातें बांटी जाएंगी।