रेल मंत्री ने की थी घोषणा
खाटूश्यामजी तक रेल सुविधा के लिए पिछले साल 15 अप्रैल को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बयान दिया था। उन्होंने रींगस से खाटूश्यामजी तक नई रेल लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए डीपीआर की तैयारी के लिए 40 लाख रुपए के प्रावधान की बात कही थी।
यह भी पढ़ें – रेलवे का नया अपडेट, गांधीनगर स्टेशन पर इस दिन से रुकेगी वंदेभारत ट्रेन
पिछले साल पहुंचे थे 2.40 करोड़ श्रद्धालु
प्रदेश के पर्यटन विभाग के आंकड़ों के हिसाब से वर्ष 2023 में जनवरी से नवंबर के बीच बाबा श्याम के दर्शन के लिए करीब 2.40 करोड़ श्रद्धालु खाटूधाम पहुंचे थे। ऐसे में रेल लाइन बिछने से रेलवे को काफी फायदा होने की उम्मीद है।
फुलेरा से नारनौल तक होगा रेलवे लाइन का दोहरीकरण
रींगस से खाटू रेलवे लाइन के लिए सर्वे दूसरी बार हो रहा है। पहले सर्वे में खामी के चलते यह दुबारा करवाया जा रहा है। इसके अलावा फुलेरा से लेकर नारनौल तक भी रेलवे लाइन का दोहरीकरण का सर्वे भी शुरू किया गया है। करीब 164 किमी लाइन को लेकर भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे गए हैं।
यह भी पढ़ें – राजस्थान कैबिनेट की पहली बैठक आज, प्रदेश के मीसा बंदियों की बंद पेंशन फिर होगी शुरू!