दर्शनार्थियों के लिए स्थाई व्यवस्थाओं के लिए भेजे प्रस्ताव
दर्शनार्थियों के लिए अस्थाई व्यवस्थाएं टेंट लगाकर की जा रही है। जिसके लिए मंत्री जोराराम कुमावत ने जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि स्थाई व्यवस्था के लिए जनप्रतिनिधियों, कर्मचारियों से चर्चा कर प्रस्ताव भेजें। मेले में आमजन के लिए जिन सुविधाओं की आवश्यकता होती है, वह निश्चित रूप से उन्हें मिलेगी। श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की तकलीफ न हो, इसके लिए हम लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मंदिरों तथा स्कूल दोनों का विकास उनका ध्येय है। यह भी पढ़ें – Rajasthan News : गोवंश को नहीं कहा जाएगा आवारा, पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने सदन में की घोषणा वसुंधरा राजे का मंदिर विकास में अहम योगदान
देवस्थान कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि मेले में न केवल दर्शन लाभ मिलते हैं, बल्कि संस्कृति के विकास तथा रोजगार सृजन के लिए भी महत्वपूर्ण है। हम वसुदेव कुटुंबकम के साथ सभी धर्मों से प्यार का भाव रखने वाली संस्कृति से है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जिक्र करते हुए कहा कि 2013 से 2018 तक मंदिर विकास में उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य करवाए।
एक महीने तक चलेगा गोगामेडी का मेला – जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि आज से शुरू होकर गोगामेडी का मेला एक महीने तक चलेगा। प्रशासन ने जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर कर श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता व्यवस्था की है। बैरिकेडिंग, पानी, चिकित्सा, विद्युत, फायर ब्रिगेड तथा सुरक्षा व्यवस्थाएं चाक चौबंद है। सांप्रदायिक सौहार्द की मिशाल वाला यह मेला, सौहार्द के साथ चले यह हम सबकी जिम्मेदारी है।
मेला 4 सेक्टर में विभाजित, प्रभारी अधिकारी किए गए नियुक्त
नोहर एसडीएम पंकज गढ़वाल ने कहा कि उत्तर भारत के सबसे बड़े सांप्रदायिक सद्भाव के मेले के लिए सभी कर्मचारी मुस्तैदी से कार्य करे, हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को कम से कम परेशानी हो। मेले क्षेत्र को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है तथा प्रत्येक सेक्टर के लिए एक प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गए है।
इस मौके पर शामिल हुए दिग्गज
इस मौके पर भादरा विधायक संजीव बेनीवाल, जिला कलेक्टर काना राम, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, नोहर प्रधान सोहन ढील, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त गौरव सोनी, नोहर एसडीएम और मेला मजिस्ट्रेट पंकज गढ़वाल, पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. हरीश गुप्ता मौजूद रहे।