कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि छात्राओं के उत्साह को देखते हुए राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवद्र्धन मिशन के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में हाल ही में बढ़ोतरी की है। राज्य में कृषि विषय लेकर अध्ययन करने वाली 11वीं और 12वीं की छात्राओं के लिए राशि 5 से बढ़ाकर 15 हजार प्रतिवर्ष की गई है। कृषि विज्ञान से स्नातक व पीजी करने वाली छात्राओं को 12 की बजाय 25 हजार रुपए एवं पीएचडी छात्राओं की राशि को भी 15 से बढ़ाकर 40 हजार रुपए प्रतिवर्ष किया गया है। यह तीन साल के लिए होगी।
राज्य सरकार की यह मुहिम छात्राओं को कृषि संकाय चुनने के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है।
छात्राओं को संबल
जोबनेर स्थित एसकेएन कृषि विवि में एमएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा दिव्या गुर्जर का कहना है कि उन्हें बीएससी के चारों वर्ष व एमएससी के दो वर्षों में 12 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि मिली थी। बीएससी चतुर्थ वर्ष की छात्रा कंचन गंगानी का कहना है कि इस योजना के कारण उन्हें कृषि विषय पढऩे के लिए प्रोत्साहन मिला है। अब वे घर में सब्जियां उगाती हैं, जिससे उन्हें शुद्ध ताजी सब्जियां उपलब्ध होती हैं।
इच्छुक छात्राएं ई-मित्र या एसएसओ आईडीे अथवा राज किसान साथी पोर्टल पर प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर सकती हैं। किसान सेवा केंद्र पर कृषि पर्यवेक्षक या सहा. कृषि अधिकारी, जिला स्तर पर उपनिदेशक कृषि विस्तार से भी छात्राएं सम्पर्क कर सकती हैं।
आवश्यक दस्तावेज
कृषि में अध्ययनरत छात्राओं को राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवद्र्धन मिशन में आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज जैसे जन आधार कार्ड, गत वर्ष की अंकतालिका और मूल निवास प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड करना होता है।