24 मंजिला इमारत का पूरा होगा, इसका जेडीए अधिकारियों के पास जवाब नहीं है। स्थिति यह है कि आवासन मंडल से पैसा लेने के लिए जेडीए और नगरीय विकास विभाग की ओर से पिछले छह माह में पांच बार पत्र लिखा जा चुका, लेकिन अब तक पैसा नहीं मिला है। दरअसल, आवासन मंडल को अभी 153 करोड़ रुपए और चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग को 136 करोड़ रुपए देने हैं।
जेडीए अधिकारियों की मानें तो इसमें से 37 करोड़ रुपए चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग ने स्वीकृत कर दिए हैं। लेकिन जेडीए को अब तक नहीं मिले हैं। जेडीए के एक्सईएन आशीष कुलश्रेष्ठ ने बताया किजेसे ही पैसा मिल जाएगा। आगे का काम शुरू कर दिया जाएगा, टावर के पास में बन रही कार्डियोलॉजी बिल्डिंग का काम अक्टूबर में पूरा कर दिया जाएगा।
30 माह में होना था पूरा
जयपुर में आइपीडी टावर का काम अप्रेल 2022 में शुरू हुआ था 30 माह में काम पूरा करना था। शिलान्यास को 28 माह बीत चुके हैं। अब तक 24 में से 14 मंजिल का निर्माण कार्य हो पाया है। जेडीए अधिकारियों का कहना है कि पैसा समय पर मिलने के बाद डेढ़ से दो वर्ष का समय और लग जाएगा।
अब तक ये तय नहीं
- पहले सीमित पार्किंग की व्यवस्था थी, अब 1800 वाहन खड़े करने की योजना पर चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग काम कर रहा है। पार्किंग के विस्तार का काम सार्वजनिक निर्माण विभाग या फिर राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम लिमिटेड (आरएसआरडीसी) से करवाया जाएगा।
- माना जा रहा है कि दो चरण में इसे बनाया जाएगा। पहला चरण मेडिकल कॉलेज के प्रांट सेटब्रेक में और दूसरा चरण धन्वर्तरि आउटडोर और आइपीडी टावर के सेटबैंक में एल शेप में होगा। चिकित्सा एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की मानें तो फाइल अभी वित्त विभाग में गई है।