गलता तीर्थ में गोमुख पूजन— महाआरती
गंगा दशमी पर उत्तर भारत की प्रमुख पीठ गलताजी में गोमुख पूजन हुआ। पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य के सान्निध्य में अलसुबह गोमुख पूजन किया जाएगा। वहीं शाम 6.30 बजे सूर्य कुंड पर गालव गंगा की सामूहिक महाआरती होगी। इस दौरान बैंड वादन होगा। इसके बाद भजन संध्या होगी। इससे पहले सुंदरकांड के पाठ होंगे।
गंगा मैया की सजेगी जन्म झांकी
गोपालजी का रास्ता स्थित गंगा माता मंदिर में आज विशेष आयोजन हो रहे है। सुबह 5.30 बजे मंगला झांकी के साथ दर्शन खुले। इस दौरान विशेष पूजा—अर्चना की गई। इसके बाद गंगा मैया का विशेष शृंगार किया गया। गंगा मैया की झांकी के दर्शनों के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ रही है। मंदिर महंत फतेहचंद पंडा ने बताया कि दोपहर में गंगा मैया की जन्म झांकी सजाई गई। इस दौरान गंगा मैया का पंचामृत अभिषेक किया गया। गंगा लहरी के पाठ किए गए। शाम 6.15 बजे ग्वाल झांकी के दर्शन होंगे। पंडित महेन्द्र पंडा ने बताया कि शाम 7.30 बजे संध्या आरती के दौरान फूल बंगला झांकी के दर्शन होंगे। वहीं 31 मई को गंगा मैया के जल विहार झांकी सजेगी।
यहां भी आयोजन
गोविंददेवजी मंदिर के पीछे स्थित गंगा माता मंदिर में विशेष झांकी के दर्शन हो रहे है। वहीं चांदपोल स्थित गंगा माता मंदिर में भी सुबह से ही विशेष आयोजन हो रहे है।
आज ये बन रहे संयोग
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि आज गंगा का अवतरण के जैसे 10 योगों में ज्येष्ठ मास, शुक्ल पक्ष, दशमी तिथि, हस्त नक्षत्र, गरकरण, कन्या का चन्द्र, वृष का सूर्य जैसे 7 योग बन रहे है।