ब्रह्मपुरी माउंट रोड स्थित नहर के गणेशजी मंदिर में त्रिदिवसीय श्री गणेश जन्मोत्सव के तहत आज सुबह 5 बजे मंगला झांकी के साथ ही दर्शन खुले। गणेशजी महाराज ने राजशाही पोषाक पहने और स्वर्ण मंडित मुकुट धारण किए हुए दर्शन दिए। तड़के से ही मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी। मंदिर महंत जय शर्मा के सान्निध्य में गणेशजी महाराज के सुबह की नियमित आरती हुई। इसके बाद सुबह 9 बजे वैदिक मंत्रोच्चार व गणेशजी के 108 नामावली के बीच दुर्वाकुंर अर्पित किए गए। सुबह 11 बजे गणपति का विशेष पूजन किया जा रहा है। इसके बाद महाआरती होगी। वहीं दोपहर 1.30 बजे गणेशजी महाराज के छप्पन भोग के साथ चूरमा व लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा। रात को 11.30 बजे शयन आरती होगी। मंदिर में दर्शनों के लिए 4 लाइनें लगी हुई है, इसमें दो लाइनों से महिलाओं को प्रवेश दिया जा रहा है, वहीं दो लाइनों से पुरुषों के लिए लगी हुई है। सुरक्षा के लिए मंदिर में स्वयंसेवकों के साथ पुलिसकर्मी तैनात है।
नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर स्थित गढ़ गणेशजी मंदिर में महंत प्रदीप औदिच्य के सान्निध्य में सुबह 4.30 बजे दर्शन खुलेंगे। गजानन महाराज का विशेष शृंगार किया गया। सुबह से भक्त गढ़ गणेशजी के दर्शनों के लिए पहुंचे। नीचे से गढ़ तक भक्तों की कतार लगी नजर आई। नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर गणेशजी महाराज के जयकारे गूंज उठे। रात 12 बजे तक भक्त गणेशजी महाराज के दर्शन कर सकेंगे।
दुग्धाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़
सूजरपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक गणेशजी मंदिर में भक्तों ने दुग्धाभिषेक किया। दुग्धाभिषेक के लिए भक्तों की मंदिर में भीड़ उमड़ी। महंत मोहनलाल शर्मा के सान्निध्य में मंदिर में हवन का आयोजन हुआ, जिसमें सुबह से ही भक्तों ने लड्डुओं की विशेष आहुतियां दी।
गणेशजी ने धारण की लहरिया पोशाक
गलता गेट स्थित मंदिर श्री गीता गायत्रीजी में पंडित राजकुमार चतुर्वेदी के सानिध्य में गणेश चतुर्थी महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह गणेशजी महाराज को लहरिया की पोशाक धारण करवाकर विशेष शृंगार किया गया। इसके बाद महाआरती की गई। शाम को चमकीली पोशाक धारण कराकर महाआरती की जाएगी।
लड्डुओं का भोग
परकोटे वाले गणेशजी मंदिर में सुबह अभिषेक के बाद विशेष झांकी के दर्शन हुए। महंत पं. अमित शर्मा के सान्निध्य में गजानन महाराज के लड्डुओं का भोग लगाया गया, वहीं गजानन को दुर्वा अर्पित की गई। शहर के अन्य गणेशजी मंदिरों भी जन्मोत्सव का उल्लास देखने को मिला। मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई गई।
माणक मोती से शृंगार
कुंदीगर भैरुजी का रास्ता स्थित सिद्ध गणेश मंदिर में महंत महेंद्र कुमार गौतम के सान्निध्य में गणेशजी महाराज का अभिषेक के बाद नवीन पोशाक एवं चांदी का मुकुट धारण करवा कर शृंगार किया गया। दोपहर में गणपति का माणक मोती से शृंगार किया जाएगा एवं 3100 मोदकों की झांकी सजाई जाएगी।
श्रद्धालुओं ने रक्षा सूत्र बंधवाए
बड़ी चौपड़ स्थित ध्वजाधीश गणेश मंदिर में प्रात: अभिषेक के बाद शृंगार किया गया। श्रद्धालुओं ने रक्षा सूत्र बंधवाए। रात्रि 12 बजे तक गणेशजी के दर्शनों के लिए पट खुले रहेंगे। चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेशजी मंदिर में अभिषेक कर मोदकों का भोग लगाया गया।