ओशनिक्स की साझेदार आर्किटेक्चरल फर्म बिजार्क इंगल्स के बिजार्क इंगल्स का कहना है कि 4.5 एकड़ का यह तैरता प्लेटफॉर्म बांस और लकड़ी से बनाया जाएगा। प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर 300 लोग रह सकेंगे। इसी पर बाजार, खेत, कम ऊंचे अपार्टमेंट और सोलर पैनल्स लगाए जाएंगे। छह प्लेटफॉर्म को जोडक़र षट्भुजाकार का गांव बनेंगे और ऐसे छह गांवों को जोडक़र एक कस्बा बनेगा। ओशनिक्स के अधिकारी कोलिन्स चेन ने कहा कि इस प्रस्तावित द्वीप पर स्थानीय कानूनों का पालन किया जाएगा। कोलिन्स ने कहा कि हम इसकी मांग के अनुरूप ही इसका विस्तार करेगे। हालांकि सभी सरकारें अपने तटों को लीज पर देने के लिए राजी नहीं है, फिर ऐसे स्थान काफी महंगे भी होते हैं। कोलिंस बताते हैं कि हॉन्गकांग में तटीय इलाकों की जमीन एक करोड़ रुपए प्रति वर्ग मीटर कीमत है।
ओशनिक्स के अधिकारी कोलिन्स चेन के मुताबिक पहली तैरती अस्थाई बस्ती को गर्म तटों पर स्थापित किया जाएगा, जैसे कि दक्षिण-पूर्व एशिया में। इंजीनियरों का सुझाव है कि शुुरुआती प्लेटफॉर्म को चक्रवात और तेज लहरों से सुरक्षित रखने के लिए शांत तटों पर बनाए जाने चाहिए। हालांकि आर्किटेक्ट्स का दावा है कि ऐसे प्लेटफॉर्म समुद्री झंझावातों को भी झेल सकते हैं। यहां तक कि 5 कैटेगरी तक के समुद्री तूफानों को झेलने में सक्षम होंगे। कुल मिलाकर तैरते द्वीप का ये कंसेप्ट कई देशों में लोकप्रिय तो हो रहा है, लेकिन इसके साथ ही ऊर्जा की खपत, खाद्य उत्पादन, आवास और समुद्री पर्यावरण जैसी चुनौतियां भी हैं।