कहां कहां दिखेगा ग्रहण
पहला चंद्रग्रहण यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका महासागर और हिंद महासागर में दिखाई देगा। भारत के कुछ हिस्सों में यह चंद्रग्रहण देखा जा सकेगा। हालांकि मौसम के कारण इस चंद्रग्रहण को देखने में भी परेशानी हो सकती है।
उपच्छाया चंद्र ग्रहण
चंद्रग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी तीनों ही एक सीधी लाइन में आ जाते हैं तो चंद्र ग्रहण घटित होता है लेकिन जब पृथ्वी की परछाई सीधी चंद्रमा पर न पड़े तो इसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं।
सूतक काल नहीं
उपच्छाया चंद्रग्रहण को ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता है। ऐसे में इसमें सूतककाल नहीं लगता है। सूर्य ग्रहण के होने पर ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल आरंभ होता है जबकि चंद्र ग्रहण में 9 घंटे पहले शुरू होता है। इस दौरान पूजा पाठ और शुभ कार्य बंद रहते हैं। सूतक की समाप्ति के बाद धार्मिक कार्य दोबारा शुरू होता है।