डिवाईएसपी राजेंद्र बुरडक़ ने बताया कि संभवत: हादसे की वजह ड्राइवर की नींद आना रही है। हालांकि पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है। रात में कोहरे के कारण या किसी और वजह से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
रात दो बजे के आस पास नेशनल हाईवे पर टैंकर के पलटने की घटना हुई जिसके बाद प्रशासन ने एहतियातन ट्रैफिक को करीब एक किलोमीटर पहले दोनों साइडों में रोक दिया था। इसके बाद टैंकर को हाईवे से हटाकर सर्विस लाइन पर लाए जाने की कोशिश की जा रही थी। मौक़े पर दो क्रेन भी मंगाई गई थी। जब क्रेन टैंकर को हटा रही भी उसी दौरान टैंकर में भरे ज्वलनशील बेंनजील केमिकल ने आग पकड़ ली। आग इतनी भयानक थी कि क्रेन चालकों को अपनी क्रेन बचाने का मौका ही नहीं मिला किसी तरह उन्होंने क्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। घटना में एक क्रेन पूरी तरह जलकर खाक हो गई, वहीं दूसरी क्रेन में भी काफी नुक़सान हुआ है। आग को बुझाने के लिए कोटपूतली बहरोड़ और नीमराना से करीब एक दर्जन दमकल आई। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
ज्वलनशील टैंकर में हुई आगजनी की घटना में प्रशासन की सतर्कता काम आई। समय रहते प्रशासन ने आला इंतजाम किए जिसके चलते कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हादसे की सूचना पर डीवाईएसपी राजेंद्र बुरडक और एसडीएम बृजेश चौधरी मौक़े पर पहुंचे। पुलिस ने एहतियातन आस पास के सभी होटलों को भी पहले ही खाली करवा दिया था।