सदन में गूंजा था मामला
यह मामला विधानसभा में भी गूंज चुका है। पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और खर्रा के बीच बहस भी हुई। नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सदन में बताया था कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय में अभियान के दौरान भारी अनियमितताएं हुई, कई रिकॉर्ड-फाइलें गायब हैं। जांच के बाद 260 पट्टे निरस्त कर 25 एफआईआर दर्ज की गई है।
इस दिशा में हो काम
– सैटेलाइट इमेज का भी सहारा लें, ताकि पता लगाया जा सके कि जिस दिन के आधार पर पट्टे जारी किए गए, उस दौरान वहां योजना या भवन था भी या नहीं। – सार्वजनिक सूचना जारी कर अधिकारिक रूप से जनता से शिकायत आमंत्रित करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रभावित लोग सामने आएं।